
साइबर ठगों ने झारखंड के रांची शहर में लोगों को ठगने के लिए नए-नए तरीके अपनाए हैं। इन मामलों में कुल मिलाकर लाखों रुपये की ठगी हुई है।
पार्ट-टाइम नौकरी का झांसा
गूगल मैप रिव्यू: मुरहू के करण महतो से गूगल मैप पर होटलों की समीक्षा (रिव्यू) करने के नाम पर करीब 2.91 लाख रुपये ठगे गए। उन्हें पहले कुछ पैसे देकर लालच दिया गया और फिर “प्रीपेड रिव्यू” के बहाने उनसे बार-बार पैसे मांगे गए, जो उन्होंने नहीं निकाले।
टेलीग्राम पर नौकरी: साइबर अपराधियों ने टेलीग्राम ऐप का इस्तेमाल करके दो लोगों से नौकरी के बहाने करीब 3 लाख रुपये ठगे। एक मामले में पुंदाग निवासी सीमांत प्रसाद से 2.42 लाख रुपये की ठगी हुई, वहीं हेहल की रहने वाली मेघा बंसल के साथ भी ऐसा ही हुआ।
पानी का बिल चुकाने के नाम पर ठगी
नउवा टोली के आशीष कुमार जैन को एक अनजान नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने पानी का बिल बकाया होने की बात कहकर उन्हें एक ऐप डाउनलोड करवाया। ऐप डाउनलोड करते ही उनके बैंक खाते से 3.61 लाख रुपये निकाल लिए गए।

सरकारी योजना में पार्टनरशिप का लालच
अदिति सिन्हा को नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (NSDC) में अपनी सोसाइटी को पार्टनर बनाने के नाम पर एक मेल आया। उन्हें 30 लाख रुपये प्रति माह के प्रोजेक्ट का झांसा दिया गया और शुरुआती 10 सीटें मुफ्त देने की बात कही गई। इस तरह उनसे 1 लाख 83 हजार 200 रुपये की ठगी की गई।
सभी मामलों की प्राथमिकी साइबर थाने, रांची में दर्ज कराई गई है। इन घटनाओं से पता चलता है कि साइबर ठग पार्ट-टाइम नौकरी, सरकारी योजनाओं और जरूरी बिलों का बहाना बनाकर लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं।