उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में बुधवार की रात यूपी एसटीएफ ने एक मुठभेड़ में बिहार-झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर आशीष रंजन, जिसे छोटू धनबादिया के नाम से भी जाना जाता था, को मार गिराया।
मुठभेड़ का विवरण
यह मुठभेड़ प्रयागराज के शंकरगढ़ क्षेत्र में हुई। एसटीएफ की टीम ने जब छोटू धनबादिया को घेरने की कोशिश की, तो उसने एके-47 से गोलियां चलाना शुरू कर दिया। एसटीएफ की जवाबी कार्रवाई में उसे गोली लगी और वह मारा गया। घटनास्थल से पुलिस को एक एके-47, एक पिस्तौल और भारी मात्रा में 9 एमएम के कारतूस मिले हैं।

आशीष रंजन का आपराधिक इतिहास
आशीष रंजन कई गंभीर अपराधों में वांछित था, जिनमें से प्रमुख हैं: * धनबाद के डिप्टी मेयर नीरज सिंह की हत्या: 2017 में नीरज सिंह को गोलियों से छलनी करने का आरोप उस पर था। * अन्य हत्याएं: गैंगस्टर अमन सिंह और जमीन कारोबारी समीर मंडल की हत्या के मामलों में भी वह आरोपी था। * अमन सिंह हत्याकांड: 3 दिसंबर 2023 को धनबाद जेल में गैंगस्टर अमन सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। आशीष रंजन ने एक ऑडियो जारी कर इस हत्या की जिम्मेदारी ली थी और खुद को अमन विरोधी घोषित कर दिया था।आशीष रंजन पहले अमन सिंह गैंग का शूटर था और उसके इशारे पर रंगदारी और हत्या जैसी वारदातों को अंजाम देता था। अमन सिंह के जेल जाने के बाद उसने अपना वर्चस्व बढ़ाना चाहा। वह बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश में सक्रिय था और यूपी एसटीएफ को लंबे समय से उसकी तलाश थी।

प्रयागराज में आने का कारण
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आशीष रंजन प्रयागराज में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में था। इसी सूचना पर एसटीएफ ने उसे घेर लिया, जिसके बाद यह मुठभेड़ हुई।