झारखंड के सरकारी स्कूलों में ‘समग्र शिक्षा’ योजना की राशि पर बड़ा सवाल: 600/₹760 में दो सेट पोशाक, स्वेटर और जूते-मोजे खरीदने की चुनौती, एक दशक पुरानी अपरिवर्तित धनराशि से गुणवत्ता पर समझौता!

झारखंड राज्य में सरकारी विद्यालयों के कक्षा एक से आठ के बच्चों को हर साल दो सेट पोशाक और एक फुल स्वेटर और एक सेट जूता व मोजा खरीदने के लिए की राशि दी जाती है। लेकिन यह राशि इतनी कम है कि इसमें दो सेट तो क्या एक अच्छे क्वालिटी का एक सेट पोशाक भी नहीं खरीदा जा सकता है।

पोशाक की राशि

कक्षा एक से पांच के लिए बच्चों के लिए पोशाक व अन्य के लिए कुल 600 रुपए वितरित किया जाता है और कक्षा छह से आठ के लिए 760 रुपए की राशि जारी की जाती है। 1 से 5वीं कक्षा के बच्चों को उक्त राशि समग्र शिक्षा योजना के तहत ही दी जाती है। वहीं, कक्षा 6 से 8 तक के बच्चों को पोशाक व फुल स्वेटर के लिए राशि समग्र शिक्षा योजना से और एक सेट जूता-मोजा के लिए राशि राज्य योजना के तहत ही जारी की जाती है। पिछले एक दशक से यह राशि बच्चों को पोशाक खरीदने के लिए दी जा रही है। मिली रिपोर्ट के अनुसार रविवार को इतनी ही राशि में दो सेट पोशाक, एक फूल स्वेटर और एक सेट जूता-मोजा रांची की कई दुकानों में जाकर खरीदने की कोशिश कई दुकानों पर की गई लेकिन यह किसी भी दुकान में इतनी राशि में दो सेट तो क्या, यहां एक अच्छी क्वालिटी का एक सेट पोशाक भी नहीं मिल सका।

एक सेट तो हो नहीं सकता, दो कहां से खरीदेंगे बच्चे

पोशाक, स्वेटर व जूता-मोजा के लिए सरकार की ओर से जो राशि प्रति वर्ष बच्चों को दी जाती है, उसमें एक अच्छी क्वालिटी का एक सेट तो हो नहीं सकता है यहां दो सेट कहां से खरीदेंगे बच्चे। बीते एक दशक से यही राशि मिल रही है, जो यह राशि काफी कम है। जिस तरह से पोशाक का रंग बदला जाता है, पोशाक की राशि में भी बदलाव होना चाहिए।