
झारखंड सरकार ने आने वाली जनगणना के लिए अपनी तैयारी शुरू कर दी है। एक बड़ी खबर यह है कि इस बार जनगणना में सरना धर्मकोड को शामिल करने की सिफारिश की जा सकती है। इसके लिए, राजस्व, निबंधन और भूमि सुधार विभाग ने एक प्रस्ताव भी तैयार किया है, जिसे अगली कैबिनेट बैठक में पेश किया जाएगा।
झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) और कांग्रेस लंबे समय से सरना धर्मकोड को मान्यता देने की मांग कर रहे हैं। इस मुद्दे पर झारखंड विधानसभा में एक प्रस्ताव भी पास होकर केंद्र सरकार को भेजा जा चुका है।
केंद्र सरकार ने 26 जून को 2026 की जनगणना के लिए एक राजपत्र जारी किया था, जिसके बाद अब झारखंड सरकार भी जनगणना की तैयारियों में जुट गई है। माना जा रहा है कि राज्य सरकार 31 जुलाई तक जनगणना से जुड़ी अधिसूचना जारी कर सकती है।
जनगणना की संभावित समय-सारणी इस प्रकार है:
अगस्त 2025: जनगणना से जुड़े कर्मियों का पहला प्री-टेस्ट लिया जाएगा।
नवंबर 2025 से जनवरी 2026: मास्टर ट्रेनर और फील्ड ट्रेनर को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
जनवरी 2026: जनगणना में पूछे जाने वाले सवालों की जानकारी दी जाएगी।
फरवरी 2026: जनगणना कर्मियों की भर्ती शुरू होगी।
अप्रैल से सितंबर 2026: घरों का चयन और फील्ड वर्क का काम किया जाएगा।
दिसंबर 2026: जनगणना अधिकारियों को प्रशिक्षित किया जाएगा।
मार्च 2027: देशभर में जनगणना का काम शुरू होगा।