झारखंड के पाकुड़ जिले के लिट्टीपाड़ा प्रखंड के पहाड़ी गांव की दर्द भरी दास्तान: आजादी के दशकों बाद भी बुनियादी सुविधाओं से वंचित एक आदिवासी बस्ती, जहां जीवन का संघर्ष हर कदम पर है 2025

झारखंड के पाकुड़ जिले के अंतर्गत लिट्टीपाड़ा प्रखंड के अंतर्गत एक गांव स्थित है जो ऐसी कई सुविधाओं से वंचित है यह गांव पहाड़ी पर स्थित है जो यहां आदिवासी लोग रहते हैं जिसमें बताया जा इस गांव में करीबन 35 घर है जिसमें 200 से अधिक लोग रहते हैं जो गांव के लोगों को 1 किलोमीटर दूर पहाड़ी में स्थित झरना है वहीं से पानी लाना पड़ता है बाकी जानवर भी वही पानी की थी दिसंबर के महीने में वह भी सूख जाता है कब लोगों को लंबी दूरी का सफर करके पानी लाना पड़ता है।

गांव में कोई भी मूलभूत सुविधा नहीं है

इस गांव में कोई भी पक्की सड़क नहीं है जिसमें बताया जा रहा है कि 35 घर गांव में है जिसमें से नौ घर को आवास मिला है वह भी बाकि पड़ा हुआ है यहां कोई भी काम विच्छेद लोग के माध्यम से ही होता है वह भी काम अधूरा छोड़कर चले जाते हैं जिसे बताया जा रहा है कि उसे गांव में कोई भी आंगनबाड़ी केंद्र भी नहीं है आजादी के कई साल पूरा होने के बाद भी अभी तक या गांव कई मूलभूत सेवाओं से वंचित है।

प्रखंड की सुविधा

जिसे बताया जा रहा है कि प्रखंड के पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि क्या गांव पहाड़ी इलाका में स्थित है जो ऊंचाई पर है यहां मूलभूत सेवाएं उपलब्ध कराने की प्रयास की गई उन्होंने बताया कि यहां आगामी बहुत असुविधा होती है जिसके कारण मूलभूत सेवाओं में देरी हो रही है जिसमें प्रखंड पदाधिकारी गांव में कई मूलभूत सेवाओं को उपलब्ध कराने में लगी हुई है।

इसे भी पढ़ें

http://त्योहारों से पहले हर घर में खुशी: मैया सम्मान योजना और पेंशनरों के लिए सरकार का तोहफा, ₹3000 तक की राशि मिलेगी

http://सहारा के निवेशकों को बड़ी राहत: ₹5000 करोड़ का नया रिफंड जारी

http://झारखंड में खुरमी समाज का जोरदार प्रदर्शन: एसटी में शामिल किए जाने की मांग को लेकर रेल चक्का जाम आंदोलन