दहेज उत्पीड़न और संदिग्ध परिस्थितियों में नवविवाहिता रेणु कुमारी की मौत: गढ़वा और केतार के बीच आक्रोश, पिता ने ससुराल पक्ष पर लगाया ज़हर देने और आत्महत्या का रूप देने का गंभीर आरोप

गढ़वा जिला के बंशीधर नगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत गंगटी गांव के रहने वाली रेणु कुमारी पिता आनंद पासवान जिसकी शादी 2024 में केतार के पाल नगर गांव में हुआ था जहां दशहरा के दिन नव विवाहित रेणु कुमारी का संदीप हालत में मौत हो गई।

पृष्ठभूमि और शादी

जिसमें जानकारी के मुताबिक गंगटी गांव के रहने वाले रेणु कुमारी का शादी 2024 में केतार के पाल नगर में वकील वकील पासवान नामक युवक से हुआ था।

दहेज प्रताड़ना का गंभीर आरोप

जिसमें रेणु कुमारी का पिता आनंद पासवान का मानना है कि ससुराल पक्ष वाले रेणु कुमारी को दहेज के लिए प्रताड़ित किया करते थे जिसके मुताबिक मृतका रेणु कुमारी के पिता का कहना है कि शादी के बाद से ही ससुराल वाले रेणु को दहेज की मांग के लिए हर दिन प्रताड़ित किया करते थे वही मृतका रेणु कुमारी के पिता का आप है कि पति वकील पासवान व सास बिन्दु देवी वह परिवार के अन्य सदस्य महिलाओं ने मिलकर रेणु के साथ मारपीट भी किए थे।

मौत का कारण: जहर देकर आत्महत्या की नाम देने की कोशिश

वही मृतका रेणु कुमारी के पिता का कहना है कि ससुराल वालों ने सभी मिलकर रेनू को पहले जबरन जहर पिलाया उसके बाद उसको आत्महत्या का रूप देने की कोशिश किया गया।

घटना से पहले की स्थिति

जिसमें जानकारी के मुताबिक रेणु कुछ समय से गर्भवती थी इसी वजह से वह मायके में ही रहती थी जिसमें चौंकाने वाली बात तो यह है कि रेनू घटना से 2 दिन पहले मायके से ससुराल के लिए गई थी इसी बीच ससुराल लौट के ठीक पहले ही दिन उसकी मौत हो गई।

ग्रामीणों में आक्रोश चोट का निशान

जिसमें मौत के बाद मृतका रेणु के शव का पोस्टमार्टम कराया गया तो पाया गया कि उसे जहर देकर मारा गया है और शव को गांव लाया गया तो उसके शरीर पर कई जगह चोट के निशान भी थे इसके बाद इन निशानों को देखने के बाद ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया और ग्रामीणों ने तुरंत दोषियों कोई गिरफ्तार करने की पुलिस से मांग की गई।

कानूनी कार्रवाई

जिसके बाद मृतका रेणु कुमारी के पिता ने केतार थाना में ससुराल पक्ष के खिलाफ लिखित आवेदन दिया गया वही केदार थाना के थाना प्रभारी अरुण कुमार रवानी ने बताया कि मामले की जांच गंभीरता से की जा रही है और उन्होंने पीड़िता के परिवार को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया।

गढ़वा जिला के बंशीधर नगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत गंगटी गांव के रहने वाली रेणु कुमारी पिता आनंद पासवान जिसकी शादी 2024 में केतार के पाल नगर गांव में हुआ था जहां दशहरा के दिन नव विवाहित रेणु कुमारी का संदीप हालत में मौत हो गई।

श्री बंशीधर नगर : विकास और प्रशासनिक सुविधा के लिए दशकों पुरानी जिला बनाने की मांग

गढ़वा जिले के अंतर्गत जिसमें बंशीधर नगर को एक अलग जिला बनाने कीको लेकर सभी लोगों बहुत सालों पहले से ही पुरानी और प्रमुख मांग को सदन में उठाया गया है जिसमें भवनाथपुर के लोगों और विधायक अनंत प्रताप देव ने भी झारखंड विधानसभा में इस मुद्दे को लेकर के सदन में मांग उठाया, जिससे यह एक बार फिर यह मामला सुर्खियों में लगातार चलता आ रहा है। जिससे कि यह सिर्फ एक राजनीतिक मुद्दा नहीं है, बल्कि यह क्षेत्र के लोगों की एक महत्वपूर्ण सामाजिक और प्रशासनिक और आवश्यकता की जानकारी बन चुकी है।

पृष्ठभूमि और मांग का कारण

श्री बंशीधर नगर, के अंतर्गत जिसे पहले नगर उंटारी के नाम से जाना जाता था, जो झारखंड के गढ़वा जिले का एक प्रमुख अनुमंडल है। यहां की मांग दशकों पुरानी है कि जो हर चुनाव में यह एक अहम चुनावी मुद्दा बन जाती है। स्थानीय लोगों का मानना है कि बंशीधर नगर अनुमंडल क्षेत्र में पर्याप्त जनसंख्या है जिसके कारण इतना विकास कर लिया है कि इसे एक स्वतंत्र जिले का दर्जा दिया जा सके।

इस मांग को लेकर के सबसे बड़ा कारण गढ़वा जिला मुख्यालय से इसकी भौगोलिक दूरी है। जो श्री बंशीधर नगर से गढ़वा मुख्यालय की दूरी लगभग 40-45 किलोमीटर है, और सड़क मार्ग की स्थिति भी हमेशा अच्छी नहीं रहती। इस दूरी के कारण क्षेत्र के लोगों को अपने छोटे-मोटे प्रशासनिक कार्यों को लेकर के जैसे कोर्ट-कचहरी, रजिस्ट्री, सरकारी योजनाओं का लाभ लेने, या और भी अन्य अधिकारियों से मिलने के लिए लंबी दूरी की यात्रा करनी पड़ती है। इस यात्रा में न केवल उनका समय बर्बाद होता है, बल्कि उन्हें आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ता है।

संभावित लाभ और लोगों की अपेक्षाएं

लोगों का मानना यह है कि बंशीधर नगर को जिला बनाने से कई सकारात्मक बदलाव आएंगे जिससे प्रशासनिक सुविधा सबसे बड़ा लाभ यह होगा कि प्रशासनिक व्यवस्था और लोगों के और करीब आ जाएगी। उन्हें अपने रोजमर्रा के कामों के लिए इतनी दूर की यात्रा नहीं करनी पड़ेगी, जिससे सरकारी कार्यों में पारदर्शिता और गति आएगी। और विकास में भी तेजी आएगी जिसमें जिला बनने के बाद, क्षेत्र में विकास परियोजनाओं के लिए सीधे फंड आवंटित किए जा सकेंगे। इससे आधारभूत संरचना, जैसे सड़कें, स्वास्थ्य सेवाएँ, और शिक्षा संस्थानों का विकास तेजी से होगा।

रोजगार के अवसर

एक नया जिला बनने पर कई नए सरकारी कार्यालय भी स्थापित होंगे, जिससे स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।आर्थिक गतिविधि में वृद्धि:होगी और जिला मुख्यालय बनने से व्यापार और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। नए बैंक, सरकारी और निजी संस्थान खुलेंगे, जिससे क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को भी गति मिलेगी।

राजनीतिक पहलू और भविष्य की राह

भवनाथपुर विधानसभा के विधायक अनंत प्रताप देव ने इस मांग को विधानसभा में उठाकर लोगों की आवाज को सरकार तक पहुंचाया है। उन्होंने तर्क दिया है कि जिस प्रकार गढ़वा जिला बना था, उसी तर्ज पर बंशीधर नगर को भी जिला बनाया जाना चाहिए। यह मांग केवल राजनीतिक वादों तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके पीछे लोगों की वर्षों की निराशा और विकास की भी झलक छिपी है।

हालांकि, किसी भी नए जिले का गठन के लिए सभी कार्यों और कलापों को लेकर और देखे यह मामला और जनसंख्या को देखकर ही कुछ भी फैसला लिया जाता है जिससे राज्य के हित में कार्यों के साथ साहितुभूति को बढ़ावा देता है जो एक लंबी और जटिल प्रक्रिया होती है। इसमें न केवल राजनीतिक इच्छाशक्ति की जरूरत होती है, न कि बल्कि गहन प्रशासनिक, वित्तीय और जनसांख्यिकी अध्ययन भी किए जाते हैं। जिससे सरकार को यह देखना होता है कि नया जिला बनाने से राज्य के खजाने पर कितना बोझ पड़ेगा और इसका प्रशासनिक ढांचा को कैसे संभाला जाएगा

पलामू के 155 पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज! नौकरी पर अचानक मंडराया खतरा

पलामू से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने एक महत्वपूर्ण आदेश जारी किया है, जिसके अनुसार अब अनुबंधित सहायक पुलिसकर्मियों की सेवा अवधि 8 साल से अधिक नहीं बढ़ाई जाएगी। इस आदेश के बाद, पलामू जिले में कार्यरत 155 सहायक पुलिसकर्मियों का भविष्य अधर में लटक गया है।

क्या हुआ है

जारी आदेश के अनुसार, इन सभी सहायक पुलिसकर्मियों की सेवा अवधि 20 अगस्त 2025 को समाप्त हो जाएगी और इसके बाद किसी भी परिस्थिति में उनकी सेवा जारी नहीं रखी जाएगी। इस आदेश ने सहायक पुलिसकर्मियों के बीच हलचल मचा दी है, क्योंकि वे पिछले कई वर्षों से अपनी सेवा स्थायी करने की मांग कर रहे थे।

पुलिस अधीक्षक, पलामू, ने इस आदेश का कड़ाई से पालन करने का निर्देश दिया है। उन्होंने सभी थाना और ओपी प्रभारियों को यह सुनिश्चित करने को कहा है कि सेवा अवधि पूरी होने के बाद किसी भी सहायक पुलिसकर्मी से कोई काम न लिया जाए। इस आदेश को लागू करने के लिए जल्द ही अनापत्ति प्रमाण-पत्र (NOC) भी जारी किया जाएगा।

फैसला राज्य भर में कार्यरत अन्य सहायक पुलिसकर्मियों पर भी असर डालेगा। फिलहाल, इस आदेश को लेकर पुलिस महकमे में गहमागहमी का माहौल है और सभी की निगाहें सरकार के अगले कदम पर टिकी हुई हैं। यह देखना होगा कि इस फैसले के बाद सरकार इन कर्मियों के लिए क्या वैकल्पिक व्यवस्था करती है।

गढ़वा के डंडई के अंतर्गत से एक महिला हुए लापता

झारखंड के गढ़वा जिला के डंडई थाना के अंतर्गत बिंदु चंद्रवंशी की रविवार दावा करने गए थी पत्नी की बरामद की उन्होंने अपनी पत्नी की पहचान बताते हुए खुशबू देवी के बारे में डंडई थाना प्रभारी को दिए

क्या था मामला

बताया जा रहा है कि रविवार को विंदू चंद्रवंशी की पत्नी दवा करने निकली थी तभी से लापता था वह हालांकि उजला रंग की साड़ी पहनी हुई थी जिनका हाइट लगभग 5.3 इंच है अगर किसी को कुछ पता चलता है तो आप इस नंबर बता सकते हैं 8092667448 पर लाग कर आप तुरन्त बताए आपकी एक भूमिका बहुत महत्वपूर्ण हो सकती है और डंडई थाना क्षेत्रों की पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।

डालटेनगंज में मिला एक नोटो से भरा हुआ लावारिस कार

झारखण्ड के पलामू जिले के अंतर्गत एक बहुत बड़ी घटना सामने निकल कर आ रही है जिसमें बताया जा रहा है कि पलामू पुलिस को एक नोटो से भरा हुआ कार बरामद हुआ जिसमें बताया जा रहा है कि यह घटना डालटेनगंज की है मंगलवार की रात के समय लाल रंग की suv तेज गति से जा रही तभी पुलिस ने इसे रोकने किं कोशिश किए लेकिन नहीं रुका ।

पुलिस की टीम ने क्या संज्ञान लिया

जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि एक लाल रंग की suv तेज रफ्तार से डालटेनगंज से पनकी की ओर जा रही थी जिसमें बताया जा रहा है कि कार में कुल 46 लाख रुपए के करीब नोट बरामद हुआ है इसकी सूचना तुरंत पुलिस अधिकारी लेस्लीगंज के मनोज कुमार झा को मिली तो उन्होंने तुंरत संज्ञान लिए गाडी का पीछा कराए लेकिन इतना समय में गाड़ी काफी आगे बढ़ गई थी और कार के चालक कार को लावारिस हालत में छोड़ कर भाग गई बताया जा रहा है की कार चालक कार को छोड़ कर भाग गई लेकिन पुलिस अभी इस मामले की जानकारी में जुटी हुई है कि कार के मालिक और नोटो के मालिक कौन है अभी पुलिस की टीम मामले की खोज में लगी हुई है ।

देश के विभिन्न हिस्सों में आवारा कुत्ते के काटने से लोग परेशान

देश के विभिन्न हिस्सों में आए दिनों लगातार किसी न किसी व्यक्ति को कुत्ते के काटने की मामला आ रहा था इसकी संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है और अस्पतालों में मरीजों की संख्या में वृद्धि होती जा रही है हर दिन किसी न किसी व्यक्ति को रेबीज का टीका लगाया जा रहा है और अक्सर यह मामला साम के समय आता है क्योंकि शाम के समय अंधेरा होता है और कुत्ते गली में घुमा करते है और और किसी एक ही भी व्यक्ति को काट देते है और यह बात सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है कोई कुत्ते को हटाने का बात कर रहा है तो कोई कुत्ते को संरक्षण में रखने को कह रहा है ।

क्या है मामला

माना जा रहा है कि कुत्ते के लगातार किसी न किसी व्यक्ति को काटने से सभी शहर परेशान है आंकड़ों के मुताबिक पता चला है कि 2010 तक कुत्तों की जनसंख्या 1.30 लाख था लेकिन इनकी संख्या दिन प्रतिदिन कम होती जा रही है बताया जा रहा है कि पिछले 15 के दौरान कुत्ते की जनसंख्या में कमी आई है जो इनकी संख्या करीबन 41 हजार ही रह गई है तो इस बात से पता चला रहा है कि उनकी संख्या में करीबन 89 हजार की कमी आए हैं जो कुत्ते मर गए या तो बुढ़े हो गए हैं नहीं तो कही न कही किसी बीमारी से मर गए ।

अब कुत्ते को लगेगा टैग

बताया जा रहा है कि अब एक मुहिम चलाया जा रहा है कि जो शहर या ग्रामीण क्षेत्रों में आवारा कुत्ते घूम रहे हैं उनको पकड़ कर नसबंदी कर दिया जाएगा और उनके ऊपर टैग को लगा दिया जाएगा

झारखंड के शिक्षा विभाग पर ‘मनहूसियत’ का साया: दो मंत्रियों का निधन, अब सीएम हेमंत सोरेन खुद संभालेंगे ज़िम्मेदारी

झारखंड राज्य के शिक्षा मंत्री के निधन के बाद शिक्षा का कार्यभार खुद ही राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ही अब संभालेंगे बताया जा रहा है लगातार हो रहा इस तरह के घटना से कोई भी विधायक इस को लेने हिचकिचा रहे है।

अब मामला विस्तार से

गौर तलब अब बताया जा रहा है झारखंड राज्य के शिक्षा का कार्यभार अब खुद ही हेमंत सोरेन संभालेंगे और उनकी निगरानी में ही चलेगा बताया जा रहा है कि जो भी नेता ने शिक्षा के इस पद को अभी तक संभाला वह व्यक्ति को कोई गंभीर बीमारी हो गया या तो उसका निधन हो गया इसी को लेकर कोई भी इस पद को लेने के तैयार नहीं है।

बताया जा रहा है कि हेमंत सोरेन की सरकार में ही जगरनाथ महतो का पहले निधन हो गया जो उनका फेफड़े में संक्रमण हो गया था लेकिन इलाज के दौरान ही उनका मौत हो गई।

अब हेमन्त सोरेन का दुबारा सरकार आए तो शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन को बनाया गया लेकिन वह भी बाथरूम में गिर जाने के कारण उनके सिर पर गंभीर चोट आ गई और उनका इलाज के दौरान ही दिल्ली के हॉस्पिटल में दम तोड़ दिए

पहले ही हेमंत सोरेन पर आए दिनों कोई न कोई सवाल उठते रहते हैं कही स्कूल में टीचर की कमी तो कही स्कूल में भोजन में गड़बड़ी तो कही स्वास्थ्य में खराबी के कारण उनपर सवाल उठाएं जा रहे है अब उन्हें इस विकट परिस्थिति में उन्हें खुद की संयम से कम लेना होगा देखते की वह कितने धैर्य के साथ अपने मंत्रिमंडल को आगे चलाते हैं।

गढ़वा जिले के बंशीधर नगर में धान के खेत में देखा गया बाघ

गढ़वा के अंतर्गत बंशीधर नगर में अनुमंडल के पास रात के अंधेरे में बाघ के होने की आशंका जताई गई बताया जा रहा है कि बीते रविवार के रात को फोर लेन के पास धान के खेत में बाघ के होने की आशंका जताए गई बताया जा रहा है कि वह जसा से नरही की ओर जा रहा था तभी फोर लेन के पास के खेत में कुछ लोगों ने देखा तो गांव में हाला हो गया तो कुछ ग्रामीणों ने लाठी और डंडे लेकर पीछा भी किए ।

क्या है मामला

ग्रामीणों का मानना है बीते दिनों रात को धान के खेत में बाघ था लेकिन अभी तक लेकिन इस बात की अभी तक कोई पुष्टि नहीं हो पाई है कि वह बाघ ही था लेकिन ग्रामीणों का मानना है कि वह बाघ ही था ।

गढ़वा: घरेलू विवाद सुलझाने गई पुलिस टीम पर ग्रामीणों का हमला, 6 पुलिसकर्मी घायल

झारखंड के गढ़वा जिला के अंतर्गत गर्दी गांव में एक परिवारिक विवाद ने हिंसा का रूप ले लिया ग्रामीणों ने पुलिस पर हमला कर दिया जिसमें 6 पुलिस समेत और 10 लोग भी घायल हो गए अभी घायलों का इलाज अस्पताल में चल रहा है तभी मौके को देखते हुए वहां पर और भी पुलिस की टीम को तुरन्त भेजा गया पुलिस अभी जांच पड़ताल में जुटी हुई है दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

ग्रामीणों ने किया पुलिस पर हमला

यह मामला तब हिंसा का रूप ले लिया जब गर्दी गांव के निवासी तकशीर खान ने अपनी पत्नी रकीबा खातून के साथ मारपीट किए वहां पर मामला को सलटाने के रकीबा के पिता पहुंचे हुए थे तभी और भी वहां मामला बिगड़ गया और ग्रामीणों ने रकीबा के पिता के ऊपर हमला कर दिया इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी गई तो वहां पर पुलिस पहुंची तो गुसाई ग्रामीणों ने पुलिस पर भी हमला कर दिया ।

पुलिस जांच में जुटी हुई है

इसकी सूचना गढ़वा के थाना प्रभारी वृज कुमार को मिली तो वह उन्होंने तुंरत और भी पुलिस की टीम को तुरन्त भेजा अभी घायलों इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है और पुलिस मामले की जांच कर रही है

सड़क सुरक्षा के लिए थाना प्रभारी का महत्वपूर्ण निर्देश: सगमा प्रखण्ड में सड़क किनारे न बांधें जानवर

गढ़वा जिले के अंतर्गत धुरकी थाना के थाना प्रभारी जनार्दन राउत ने सगमा प्रखण्ड में अंतर्गत स्थित सभी गांव के लोगों को रोड के किनारे पर जानवरों को न बांधने की हिदायत दे दी है। उनका यह निर्देश है कि यह सड़क सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को बनाए रखने के उद्देश्य से बनाया गया है।

सड़क के किनारे पर जानवरों को बांधने से कई प्रकार की भी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। जिससे सबसे पहले, इससे सड़क पर चलने वाले लोगों और वाहनों के आवाजाही प्रभावित होगी और खतरा बढ़ जाता है, खासकर यह रात के समय या जब वाहन उच्च गति से चल रहे होते हैं। तो यह अचानक से सड़क पर आने वाले जानवरों से टकराव के कारण होने का खतरा रहता है, जिससे दुर्घटनाएं भी हो सकती हैं।

इसके अलावा, भी सड़क के किनारे पर जानवरों को बांधने से सड़क की चौड़ाई और कम हो जाती है, जिससे यातायात की गति और भी धीमी हो जाती है और जाम की स्थिति और भी उत्पन्न हो सकती है। इससे न केवल हमे आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ता है, बल्कि यह आपातकालीन स्थिति और सेवाओं जैसे कि एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड आदि विभिन्न प्रकार के सेवाएं में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

थाना प्रभारी जनार्दन राउत का निर्देश है कि न केवल सड़क सुरक्षा के दृष्टिकोण से यह महत्वपूर्ण है, बल्कि इससे जानवरों की सुरक्षा भी को भी सुनिश्चित किया जा सकता है। सड़क के किनारे पर बंधे जानवरों को वाहन से टकराव से होने वाला खतरा की भी रोका जा सकता है, जिससे उनकी मृत्यु भी हो सकती है नहीं तो वे घायल भी हो सकते हैं।

इस निर्देश के अनुपालन में सगमा प्रखण्ड के सभी लोगों से यह अपील की गई है कि वे अपने जानवरों को सड़क के किनारे बांधने के बजाय सुरक्षित स्थानों पर बांधें, जहां से वे सड़क पर न आ सकें। और आवाजाही पर पर कोई असर न पड़ें इसके लिए वे अपने खेतों या घरों के आसपास भी सुरक्षित स्थानों पर जानवरों को बांध सकते हैं।

सड़क सुरक्षा और यातायात के अंतर्गत नियमों के ध्यान में रखते हुए यह व्यवस्था को बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन और पुलिस विभाग के द्वारा निरंतर प्रयासरत है। किया जा रहा है कि थाना प्रभारी जनार्दन राउत का यह निर्देश इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। इससे न केवल सड़क दुर्घटनाओं में कमी को ला सकता जा सकता है, बल्कि यह आम जनता की सुरक्षा को भी सुनिश्चित किया जा सकता है।

सगमा प्रखण्ड के अंतर्गत सभी लोगों से अपील की गई है कि वे थाना प्रभारी के निर्देश का पालन करें और अपने जानवरों को सड़क के किनारे पर न बांधें। इससे न केवल सड़क सुरक्षा में सुधार लाया जा सकता है, बल्कि जानवरों को होने वाला हानि को भी सुनिश्चित किया जा सकता है ।