रांची पुलिस मुख्यालय के डाटा सेंटर में लगी भीषण आग, 13 से अधिक कंप्यूटर खाक
झारखंड पुलिस मुख्यालय के धुर्वा स्थित डाटा सेंटर में सोमवार रात को अचानक आग लग गई, जिसके कारण मुख्यालय में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। आग से हुए नुकसान की जानकारी मिली है, जिसमें 13 से अधिक कंप्यूटर जलकर खाक हो गए। सूचना मिलते ही पुलिस मुख्यालय के गार्डों ने फायर ब्रिगेड को बुलाया और आग पर काबू पाया गया।
आग लगने का कारण
मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस मुख्यालय के डेवलपमेंट सेंटर में वेबसाइट से जुड़े कई महत्वपूर्ण काम किए जाते थे। इसी सेंटर में आग लगने से 13 से ज्यादा कंप्यूटर नष्ट हो गए। इस सेंटर में प्राइवेट कर्मचारियों के अलावा वायरलेस विभाग के पुलिसकर्मी भी काम करते हैं, लेकिन रात के समय उनकी ड्यूटी नहीं होती है। आग लगने के सही कारणों का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है।
धुर्वा पुलिस मुख्यालय के डाटा सेंटर में आग से हड़कंप, करोड़ों का नुकसान
झारखंड पुलिस मुख्यालय के डाटा सेंटर में आग, जांच के आदेश
रांची पुलिस मुख्यालय में लगी आग: वेबसाइट डेवलपमेंट से जुड़े 13 कंप्यूटर जलकर राख
पुलिस मुख्यालय के डाटा सेंटर में आग: क्या था वजह और क्या-क्या हुआ नुकसान?
क्या-क्या हुआ नुकसान?
पुलिस प्रवक्ता माइकल राज ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है और अभी हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और अगर कोई व्यक्ति दोषी पाया जाता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
गढ़वा में आकाशीय बिजली का कहर: बकरी चरा रहे शख्स की पाँच बकरियों की मौत
गढ़वा, झारखंड। गढ़वा जिले के धुरकी थाना क्षेत्र के सोनडीहा गांव में सोमवार को आकाशीय बिजली गिरने से एक चरवाहे की पाँच बकरियों की मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना से पूरे गांव में हड़कंप मच गया।
हादसा उस समय हुआ जब सोनडीहा गांव निवासी एक शख्स अपनी बकरियां चरा रहा था। अचानक मौसम बिगड़ा और तेज गर्जना के साथ बिजली गिरी। बिजली की चपेट में आने से उसकी पाँच बकरियों ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया।
सोनडीहा गांव में वज्रपात का कहर, बिजली गिरने से पांच बकरियों ने तोड़ा दम
बकरी चराते वक्त गिरी बिजली, एक शख्स की पांच बकरियां मौके पर मरीं
बकरियों पर मौत बनकर गिरी बिजली, चरवाहे को नहीं आई खरोंच
गनीमत रही! गढ़वा में बिजली गिरने से बकरियों की मौत, चरवाहा सुरक्षित
गनीमत रही कि बकरियां चरा रहे व्यक्ति को इस दौरान कोई चोट नहीं आई और वह पूरी तरह से सुरक्षित है। घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोग और पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचा। यह घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है और लोग इस बात से हैरान हैं कि चरवाहा कैसे बच गया।
त्योहारों से पहले हर घर में खुशी: मैया सम्मान योजना और पेंशनरों के लिए सरकार का तोहफा, ₹3000 तक की राशि मिलेगी
झारखखंड राज्य में मैया सम्मान योजना के लाभ ले रहे सभी लोगों के लिए सरकार द्वारा उनके लिए एक बड़ी खुशखबरी जारी की गई जिसके सभी लोगों को दुर्गा पूजा से पहले ही सितंबर महीने की किस्त जारी की जाएगी जिससे सभी लोगों का आर्थिक सहयोग हो सके और जिसमें झारखंड राज्य में लगभग 11.75 लाख लोग लाभ ले रहे बिरधा पेंशन विधवा पेंशन और दिव्यांग लोगों को दुर्गा पूजा से पहले ही 3 महीने का किस्त जारी कर दिया जाएगा जिसके लिए राज्य सभी जिलों में 15 सितंबर लिस्ट वाइज पैसा ट्रांसफर कर दिया जाएगा जिसमें वही अक्टूबर महीने का भी किसान दीपावली और छठ से पहले ही जारी कर दिया जाएगा।
वृद्धा विधवा और दिव्यांग को भी मिलेगी पेंशन
Maiya Samman Yojana Rs 2500: 15 सितंबर के बाद जिला स्तर से ट्रांसफर होगी
जिलावार पेंशनरों की संख्या
झारखंड मैया सम्मान योजना: दुर्गा पूजा से पहले मिलेगी सितंबर की किस्त
झारखखंड राज्य में मैया सम्मान योजना के लाभ ले रहे सभी लोगों के लिए सरकार द्वारा उनके लिए एक बड़ी खुशखबरी जारी की गई जिसके सभी लोगों को दुर्गा पूजा से पहले ही सितंबर महीने की किस्त जारी की जाएगी जिससे सभी लोगों का आर्थिक सहयोग हो सके और जिसमें झारखंड राज्य में लगभग 11.75 लाख लोग लाभ ले रहे बिरधा पेंशन विधवा पेंशन और दिव्यांग लोगों को दुर्गा पूजा से पहले ही 3 महीने का किस्त जारी कर दिया जाएगा सितंबर महीने में करीबन 50 लाख से अधिक महिलाओं को मैया सम्मान योजना के राशि ट्रांसफर किया जाएगा जिसके राज्य के सभी जिले को निर्देश जारी कर दिया गया है।
15 सितंबर के बाद सभी ट्रांसफर किया जाएगा राशि
जिसमें झारखंड राज्य के सभी जिलों को 15 सितंबर तक महेश सम्मान योजना के लाभ ले रहे हैं सही महिलाओं को राशि 15 सितंबर के बाद ट्रांसफर कर दिया जाएगा वही अक्टूबर मां की भी राशि दीपावली और छत से पहले ट्रांसफर कर दिया जाएगा जिसमें झारखंड राज्य में लाभ ले रहे मैया सम्मान योजना के करीब 50 लाख महिलाओं के लिए सभी जिलों को 96 करोड रुपए की आवंटन किया क्या है जिसमें मिल रहे हैं मैया सम्मान योजना के प्रतिमा ₹2500 की राशि जारी की जाएगी।
झारखंड मैया सम्मान योजना: दुर्गा पूजा से पहले मिलेगी सितंबर की किस्त
पेंशनरों को तोहफा: झारखंड में वृद्धा, विधवा, दिव्यांग पेंशन की 3 महीने की किस्त जारी
झारखंड पेंशन योजना: 15 सितंबर के बाद मिलेगी किस्त
वृद्ध, विधवा और दिव्यांग को एक साथ तीन माह की पेंशन मिलेगी, निर्देश जारी
11.75 लाख लाभुकों को तीन माह की पेंशन राशि मिलेगी
अगस्त तक की मंईयां योजना की राशि मिली, सितंबर माह की 15 के बाद खाते में जायेगी
9600 करोड़ रुपये जिलों को मंईयां योजना के लिए मिले हैं
पेंशन धारियों को मिलेगे 3000 रुपए
जिसमें झारखंड राज्य के सभी वृद्ध विधवा और विकलांग लोगों के लिए राज्य में कुल 11,75,646 पेंशनधारी है. इनमें से 8,99,076 लोगों को वृद्धा पेंशन, 2,51,173 को विधवा पेंशन और 25397 लोगों को दिव्यांग पेंशन मिलेगी. जिसमें एक साथ तीन महीने की किस्त जारी की जाएगी जिसमें राज्य के सभी वृद्धा विधवा और विकलांग लोगों को प्रतिमा ₹1000 की किस जारी की जाती है।
झारखंड की जनगणना में सरना धर्मकोड को मिलेगा स्थान? सरकार ने शुरू की तैयारी
झारखंड सरकार ने आने वाली जनगणना के लिए अपनी तैयारी शुरू कर दी है। एक बड़ी खबर यह है कि इस बार जनगणना में सरना धर्मकोड को शामिल करने की सिफारिश की जा सकती है। इसके लिए, राजस्व, निबंधन और भूमि सुधार विभाग ने एक प्रस्ताव भी तैयार किया है, जिसे अगली कैबिनेट बैठक में पेश किया जाएगा।
झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) और कांग्रेस लंबे समय से सरना धर्मकोड को मान्यता देने की मांग कर रहे हैं। इस मुद्दे पर झारखंड विधानसभा में एक प्रस्ताव भी पास होकर केंद्र सरकार को भेजा जा चुका है।
केंद्र सरकार ने 26 जून को 2026 की जनगणना के लिए एक राजपत्र जारी किया था, जिसके बाद अब झारखंड सरकार भी जनगणना की तैयारियों में जुट गई है। माना जा रहा है कि राज्य सरकार 31 जुलाई तक जनगणना से जुड़ी अधिसूचना जारी कर सकती है।
जनगणना की संभावित समय-सारणी इस प्रकार है:
अगस्त 2025: जनगणना से जुड़े कर्मियों का पहला प्री-टेस्ट लिया जाएगा।
नवंबर 2025 से जनवरी 2026: मास्टर ट्रेनर और फील्ड ट्रेनर को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
जनवरी 2026: जनगणना में पूछे जाने वाले सवालों की जानकारी दी जाएगी।
फरवरी 2026: जनगणना कर्मियों की भर्ती शुरू होगी।
अप्रैल से सितंबर 2026: घरों का चयन और फील्ड वर्क का काम किया जाएगा।
दिसंबर 2026: जनगणना अधिकारियों को प्रशिक्षित किया जाएगा।
सहारा के निवेशकों को बड़ी राहत: ₹5000 करोड़ का नया रिफंड जारी
सहारा समूह के निवेशकों के लिए यह एक बड़ी खुशखबरी है। सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में केंद्र सरकार की उस याचिका को मंजूरी दे दी है, जिसमें सहारा के निवेशकों को 5,000 करोड़ रुपये लौटाने की मांग की गई थी।
मुख्य बिंदु:
रिफंड की रकम: यह 5,000 करोड़ रुपये की राशि सेबी-सहारा रिफंड अकाउंट में जमा 24,000 करोड़ रुपये से निकालकर निवेशकों को दी जाएगी।
प्रक्रिया: यह रकम सीधे निवेशकों को नहीं मिलेगी, बल्कि पहले सेंट्रल रजिस्ट्रार ऑफ कोऑपरेटिव सोसाइटीज़ को ट्रांसफर की जाएगी। इसके बाद, निवेशकों की पहचान और दस्तावेजों की जांच के बाद, यह पैसा उन्हें लौटाया जाएगा।
निगरानी: इस पूरी प्रक्रिया की निगरानी सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश, जस्टिस आर. सुभाष रेड्डी करेंगे।
समय सीमा: निवेशकों के लिए रिफंड की समय सीमा को एक साल और बढ़ा दिया गया है। अब यह रकम 31 दिसंबर 2026 तक लौटाई जा सकेगी, जबकि पहले यह समय सीमा 31 दिसंबर 2025 थी।
यह नया आदेश मार्च 2023 में दिए गए पिछले आदेश की ही तरह है, जिसमें भी इसी तरह की एक याचिका पर 5,000 करोड़ रुपये लौटाने की अनुमति दी गई थी। इस फैसले से उन लाखों निवेशकों को बड़ी राहत मिली है, जो लंबे समय से अपने फंसे हुए पैसे का इंतजार कर रहे थे।
पलामू में तंत्र-मंत्र के संदेह में तीन लोगों की पिटाई, एक की हालत गंभीर
झारखंड के पलामू जिला के दंगवार थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक चौकाने वाली घटना सामने निकल कर आ रही है जानकारी की मदद बताया जा रहा है बुधवार थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक गांव में संरक्षण घाट पर तंत्र-मंत्र विद्या करने वाला सामने आ रही है जिसके मुताबिक गांव वालों ने तीन लोगों को पकड़ कर पिटाई कर दिया।
क्या था वजह
मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि दंगवार थाना क्षेत्र के अंतर्गत गांव में सोन नदी के किनारे एक व्यक्ति की लाश चल रही थी जिसके मुताबिक अंतिम संस्कार करके सभी लोग वापस लौट रहे थे इसके बाद एक बूढ़ा व्यक्ति करीबन 73 वर्ष का और दो महिला वहां बैठकर जल्दी चिता के पास तंत्र मंत्र विद्या करने लगे।
लोगों ने की पीटीए
जब इस बात की सूचना मिलने पर मृतक के परिजन वहां पहुंचे और देखा तो उनलोग तंत्र मंत्र विद्या कर रहे थे इसी के दौरान उन्होंने तीनों को पकड़ करके पिटाई कर दिया जिसके बताया जा रहा है बूढ़ा आदमी की हालत गंभीर है और औरतों की स्थिति समान्य बताइए जा रही है जिसके पुलिस की टीम जांच और पूछताछ के लिए भेज दिया है ।
हेमंत सोरेन ने झारखंड के सहायक पुलिसकर्मियों को दी बड़ी राहत, अब 8 साल की जगह 9 साल होगी सेवा
झारखंड के सहायक पुलिस कर्मियों के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने एक खुशखबरी जारी किया जा रहा है जानकारी के मुताबिक बताया जा रहा है कि जितने भी राज्य में सहायक पुलिसकर्मी है जिसमें झारखंड राज्य के सभी सहायक पुलिसकर्मियों को 8 साल के अनुबंध पर रखा गया था इसके बाद अब उसे 1 साल और बढ़ा दिया गया है जो झारखंड राज्य के सभी पुलिसकर्मियों के लिए एक सुदृढ़ और कानूनी व्यवस्था को बोल देने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के द्वारा एक महत्वपूर्ण कदम माना जाता रहा है।
कैबिनेट की मंजूरी
इसके लिए राज के आपदा प्रबंधन विभाग एवं गृह कारागार को नोटिस भेजा गया है ताकि इसके लिए स्वीकृति मिल सके तकिया औपचारिक रूप से लागू हो सके जिसके अनुसार मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य के सभी शहर पुलिस कर्मियों को 1 साल का अनुबंध पर रखा गया है जिसके बाद आपदा प्रबंधन एवं गृह कर विभाग को किसके खिलाफ आदेश मांगा है।
इसके लिए राज के आपदा प्रबंधन विभाग एवं गृह कारागार को नोटिस भेजा गया है ताकि इसके लिए स्वीकृति मिल सके तकिया औपचारिक रूप से लागू हो सके जिसके अनुसार मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य के सभी शहर पुलिस कर्मियों को 1 साल का अनुबंध पर रखा गया है जिसके बाद आपदा प्रबंधन एवं गृह कर विभाग को किसके खिलाफ आदेश मांगा है।
अवैध सम्बन्ध के शक को लेकर पति ने किया पत्नी की आत्म हत्या
झारखण्ड के पाकुड़ जिले के थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक अजीबो गरीब घटना सामने आई है बताया जा रहा है कि 6 सितंबर उसके पति को ही गिरफ्तार कर लिया मृतक लड़की का नाम मुन्नी हेमराम्ब के राम किया गया है वही पाकुड़ के जिले के sp ने बताया कि यह शव एक नदी के किनारे मिला जिसके बाद पुलिस के टीम ने मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दिया।
जांच में क्या मिला
बताया जा रहा है कि पुलिस के टीम को जांच के दौरान पता चला कि रतन पश्चिम बंगाल का कबाड़ी में काम करता था जिसमें पता चला कि उसको करीब 8 महीने पहले ही मुलाकात हुआ था जिसके बाद उसने शादी कर लिए और दिल्ली चले गई जिसके बाद रतन को मुन्नी के ऊपर शक हुआ कि इसका अवैध संबंध का शक हुआ जिसके बाद उसके ऊपर शक हुआ और वे दोनों वापस लौट रहते थे जिसके पश्चात दोनों में झगड़ा हो गया जिसमें रतन ने उसकी हत्या करके नदी के किनारे पर फेक दिया।
गढ़वा, झारखंड के 3190 सरकारी शिक्षकों का वेतन विवाद
झारखंड के गढ़वा जिला के अंतर्गत सरकारी विद्यालय में कार्य सभी 3190 सरकारी पिछले बीते 1 वर्ष से अपने वेतन में 1000 की बढ़ोतरी के लिए इंतजार कर रहे हैं इस घटना को लेकर सहायक शिक्षकों ने बताया कि साक्षरता विभाग के तत्कालीन मंत्री बैजनाथ राम ने अध्यापकों के संगठन के बैठक मैं 2024 का अंतिम सप्ताह में शिक्षकों के ₹1000 वेतन में बढ़ोतरी की बात बोली थी और ऐप की भी सहमति बनी थी इसके बाद शिक्षकों को नवंबर 2024 में ऐप का लाभ तो मिलना शुरू हो गया लेकिन उनके वेतन में कोई बढ़ोतरी नहीं हुआ इससे सहायक अध्यापक को लगा था कि उनका अब 1000 रुपए उनके वेतन में बढ़ेगा लेकिन महजूदा सरकार उनके ऊपर कोई ध्यान नहीं दे रही है।
सरकार की रवैया
सरकार के रवैया के कारण पैसा में कोई भी बढ़ोतरी नहीं हो पाया है सहायक अध्यापक संघर्ष मोर्चा के गढ़वा प्रखंड अध्यक्ष अखिलेश कुशवाहा ने कहा कि गढ़वा जिला में 3190 सहायक अध्यापक कार्यरत हैं।
बताया जा रहा है कि एसपीडी शशि रंजन ने कहा है कि जो भी शिक्षक पहली से पांचवीं और जो अगर छठी से आठवीं के टेट पास किए हैं तो उन्हें पहली से पांचवीं तक के प्रशिक्षित का ही मानदेय भुगतान किया जाएगा। और वहीं, छठी से आठवीं के शिक्षक जो अगर पहली से पांचवीं में टेट पास किए हैं, तो उन्हें छठी से आठवीं के प्रशिक्षित का ही मानदेय रासी का भुगतान किया जाएगा।
जो भी शिक्षक पहली से पांचवीं के पारा शिक्षकों को 18,815 रुपए मिलना है और छठी से आठवीं के पारा शिक्षकों को 20,384 रुपए मिलता है वही सहायक शिक्षकों को ईपीएफ के 1800 रुपए मानदेय वेतन में सेकाट कर दिया जाता है पास सहायक अध्यापक को 23400 रुपए मानदेय मिलता है। आकलन पास सहायक अध्यापक को 19988 रुपए वेतन मिलता है। प्रशिक्षित सहायक अध्यापक को 18584 रुपए वेतन मिलता है। अप्रशिक्षित सहायक अध्यापक को वर्तमान वेतनमान 11500 रुपए प्रतिमाह वेतन मिलता है। इस घटना को लेकर सभी शिक्षक नाराज है हड़ताल करने पर मजबूर हो रहे हैं इस घटना को लेकर नहीं वर्तमान की सरकार कुछ बोल रही है नहीं विपक्ष की कुछ कोई पार्टी कुछ मुद्दा उठा रहे है ।
झारखंड में बिजली इंफ्रास्ट्रक्चर का आधुनिकीकरण और विस्तार: 2034-35 तक 24×7 बिजली का लक्ष्य
झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार बिजली के बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने के लिए एक बड़ा कदम उठा रही है। इसका मकसद राज्य के हर कोने, खासकर दूर-दराज के गाँवों तक, बिना रुकावट के बिजली पहुँचाना है।
प्रमुख योजनाएं और लक्ष्य
ग्रिडों का विस्तार: वर्तमान में राज्य में 57 ग्रिड हैं। सरकार नए ग्रिड स्टेशन स्थापित करके इस नेटवर्क का विस्तार कर रही है ताकि बिजली आपूर्ति को और भी मजबूत किया जा सके।
ट्रांसमिशन नेटवर्क को अपग्रेड करना: ऊर्जा क्षेत्र को प्राथमिकता देते हुए, सरकार ट्रांसमिशन लाइनों और उपकरणों को आधुनिक बना रही है। इससे बिजली की बर्बादी कम होगी और बिजली सभी तक सही वोल्टेज पर पहुंचेगी।
24×7 बिजली का वादा: इस पूरे प्रयास का अंतिम लक्ष्य वर्ष 2034-35 तक झारखंड के हर गाँव और शहर में सातों दिन, 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराना है।
यह पहल ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में लोगों के जीवन को बेहतर बनाने और राज्य के विकास को गति देने के लिए महत्वपूर्ण है।