Ration card New Guide Lines : सरकार ने जारी किया निर्देश समय से पहले कराना होगा e Kyc
भारत सरकार ने आधार कार्ड को एक पहचान ही नहीं बल्कि आम लोगों के निजी क्षेत्र में जीवन का एक जरिया भी बन गया है क्योंकि गरीब लोगों के और जरूरत मंद लोगों के लिए कम मूल्य पर भी अनाज मुहैय्या सरकार द्वारा कराई जाती है जिससे उनके जीवन की आपूर्ति हो सके क्योंकि गरीब लोगों को BPL और AAY के द्वारा सरकार डायरेक्ट उनलोगों तक लाभ इसके द्वारा देती है।
2025 में जारी किया गया नया नियम
खाद्य सुरक्षा नियम के तहत 2025 में राशन कार्ड के लिए विभिन्न प्रकार के बदलाव किए गए हैं इसका उद्देश्य है सभी लोगों तक राशन पहुंचाना ।
राशन कार्ड में e kyc करना
राशन कार्ड में e kyc का मुख्य परपज है अपात्र लोगों को लिस्ट से हटाना केवाईसी के द्वारा परिवार परिवार में कुल सदस्यों की संख्या का पता लगाया जा सकता है राशन कार्ड से फर्जी ना बात हो तो उसको हटाया जा सकता है और राशन कार्ड को आधार से लिंक किया जा सकता है जिसका प्रोसेस ऑनलाइन और ऑफलाइन देने माध्यमिक से आप राशन कार्ड का केवाईसी करा सकते है इसमें कोई भी शुल्क नहीं लगता है अगर कोई भी व्यक्ति केवाईसी करने के लिए पैसा मांगता है तो आप तुरन्त शिकायत कर सकते हैं अगर जो भी व्यक्ति किसी नियम को पालन नहीं करेंगे उनका लिस्ट से नाम कट जाएगा।
झारखंड के पाकुड़ नगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत रामभक्त सेना दल ने गौ माता की रक्षा करते हुए बड़ी करवाई जारी किया है वहीं पिकअप से लदे 7 गयो को मुक्त कराया है यह घटना पाकुड़ के सोन पहाड़ी के बीच की है।
क्या था वजह
चला कि उनको गुप्त सूचना मिलेगी रोड से गया सलाउद्दीन पिकअप जाने की आशंका मिली जिसके बाद उन्होंने तुरंत मौके पर जांच किया और कार्रवाई की इसके बाद मौके पर पहुंचे रक्षा दल की टीम ने पिकअप की जांच की इसमें बताया जा रहा है कि पिकअप का ड्राइवर पिकअप को छोड़कर भाग गया है जिसमें पिकअप के अंदर 7 गाय बरामद हुए हैं।
पुलिस की टीम ने क्या संज्ञान ली
जिसमें बताया जरा सा नकली सागर की टीम ने पुलिस की टीम को सूचना दी जिसमें पुलिस की टीम मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की और पिकअप के अंदर से साथ गए को बरामद किया और पिकअप को थाने में लाया गया है और अभी मामले की जांच की जा रही है।
बिहार में जारी हुआ हाई अलर्ट : नेपाल के रास्ते से घुसे तीन पाकिस्तानी आतंकवादी
बिहार में नेपाल के रास्ते से घुसे तीन पाकिस्तान आतंकवादी जिसमें बताया जा रहा है कि अगस्त महीने में नेपाल के रास्ते से घुसे तीनों आतंकवादी बिहार के अंदर प्रवेश किए थे जिसको लेकर देखते हुए पूरे राज्य के जिले में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है जिसमें पुलिस की टीम के अनुसार मिली जानकारी में पता चला है कि तीनों ही आतंकवादी पाकिस्तान के अलग-अलग शहर के रहने वाले है किस घटना को लेकर सुरक्षा एजेंसीज हाई अलर्ट पर है और मामले की जांच कर रही है राज्य विधानसभा के चुनाव को देखते हुए घुसपैठियों का होने का डर बना है।
तीनों ही संदिग्धों की पहचान
बिहार में घुसे जो तीन संदिग्धों के होने की पहचान की गई है उसमें से एक हुसैन अली है जो रावलपिंडी के रहने वाला है, आदिल हुसैन जो पाकिस्तान के उमरकोट के रहने वाला है जिसमें एक का नाम उस्मान है जो पाकिस्तान के बहावलपुर के रहने वाला है बिहार में इन तीनों संदिग्धों दाखिल होने के बाद सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट हो रहा है और उनका पासपोर्ट और फोटो सीमावर्ती इलाकों में शेयर कर दिया गया है और पुलिस की टीम उनके सीमावर्ती लाखों और ठिकाने का पता लग रही है।
चुनाव में बड़ा खतरा
जिसमें घटना का देखते हुए बिहार के विधानसभा चुनाव में अलग-अलग पार्टियों के अलग-अलग चेहरे जैसे नरेंद्र मोदी राहुल गांधी और तेजस्वी यादव जैसे पटिया अलग-अलग जगह पर रैलियां कर रहे हैं और चुनाव चरण सीमा पर है इसके देखते हुए रेलिया और सुरक्षा को देखते हुए बिहार के सुरक्षा बलों में अलर्ट मोड पर होता है और कोई भी अनहोनी ना हो चुनाव में इसी के दौरान रेलवे को देखते हुए सुरक्षा को और भी खड़ा कर दिया गया है जिससे कोई भी चुनाव में रुकावट ना आ सके और कोई बाधा ना आ सके ।
पुलिस की टीम जांच कर रही है
इस घटना को देखते हुए पुलिस अलग-अलग शहर और अलग-अलग राज्य में हाई अलर्ट पर है और जिससे आतंकवादी को ढूंढने में लगी हुई है और पुलिस ने बताया है जिसको भी दिखे आप 112 नंबर पर बता सकते है और व्हाट्सएप नंबर 9031827100, 9431822988 आप तुरन्त सूचना दे और ये तीनों ही संदिग्धों पर 50 हजार का इनामी राशि को रखा गया है जिससे कोई लोगो को दिखता है तो वह अपने नजदीकी थाना को सूचना दे और बताने वाले को पुलिस की टीम के द्वारा उपयुक्त ईनाम भी जारी किया गया जिसके देखते हैं पूरे राज्य के सुरक्षा एजेंसियां समन्वय पर है और कोई भी बाधा ना आए।
गढ़वा जिला के धुरकी थाना क्षेत्र के अंतर्गत अवैध रूप से बालू को ले जाने के दौरान धुरकी थाना के पुलिस ने मौके पर ही पकड़ लिया धुरकी थाना में कदवा गांव के अंतर्गत शुक्रवार को एक ट्रैक्टर चालक ने अवैध रूप से बालू ले जा रहा था इसी के दौरान धुरकी थाना के पुलिस अधिकारी जनार्दन रावत ने मौके पर ही पुलिस की टीम के साथ उसे ट्रैक्टर को पकड़ लिया ।
धुरकी थाना के पुलिस ने जब्त किया ट्रैक्टर बड़ा बालू मचा हड़कंप
क्या था मामला
बताया जा रहा है कि शुक्रवार को धुरकी के कदवा गांव के अंतर्गत एक ट्रैक्टर चालक में अवैध रूप से बालू ले जा रहा था इसी के दौरान धुरकी थाना के थाना प्रभारी जनार्दन रावत को गुप्त सूचना मिली कि एक ट्रैक्टर चालक वेद रूप से बालू लेकर जा रहा है इसी के दौरान पुलिस की टीम मौके पर पहुंची तो वहां देखा कि ट्रैक्टर चालक ट्रैक्टर को छोड़कर भाग गया था इसके बाद पुलिस की टीम ने ट्रैक्टर और बालू को जप्त कर लिया और थाने में रखा गया है वहीं थाना प्रभारी ने बताया कि अवैध रूप से बालू ले जाने पर उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
गढ़वा जिले के अंतर्गत जिसमें बंशीधर नगर को एक अलग जिला बनाने कीको लेकर सभी लोगों बहुत सालों पहले से ही पुरानी और प्रमुख मांग को सदन में उठाया गया है जिसमें भवनाथपुर के लोगों और विधायक अनंत प्रताप देव ने भी झारखंड विधानसभा में इस मुद्दे को लेकर के सदन में मांग उठाया, जिससे यह एक बार फिर यह मामला सुर्खियों में लगातार चलता आ रहा है। जिससे कि यह सिर्फ एक राजनीतिक मुद्दा नहीं है, बल्कि यह क्षेत्र के लोगों की एक महत्वपूर्ण सामाजिक और प्रशासनिक और आवश्यकता की जानकारी बन चुकी है।
पृष्ठभूमि और मांग का कारण
श्री बंशीधर नगर, के अंतर्गत जिसे पहले नगर उंटारी के नाम से जाना जाता था, जो झारखंड के गढ़वा जिले का एक प्रमुख अनुमंडल है। यहां की मांग दशकों पुरानी है कि जो हर चुनाव में यह एक अहम चुनावी मुद्दा बन जाती है। स्थानीय लोगों का मानना है कि बंशीधर नगर अनुमंडल क्षेत्र में पर्याप्त जनसंख्या है जिसके कारण इतना विकास कर लिया है कि इसे एक स्वतंत्र जिले का दर्जा दिया जा सके।
इस मांग को लेकर के सबसे बड़ा कारण गढ़वा जिला मुख्यालय से इसकी भौगोलिक दूरी है। जो श्री बंशीधर नगर से गढ़वा मुख्यालय की दूरी लगभग 40-45 किलोमीटर है, और सड़क मार्ग की स्थिति भी हमेशा अच्छी नहीं रहती। इस दूरी के कारण क्षेत्र के लोगों को अपने छोटे-मोटे प्रशासनिक कार्यों को लेकर के जैसे कोर्ट-कचहरी, रजिस्ट्री, सरकारी योजनाओं का लाभ लेने, या और भी अन्य अधिकारियों से मिलने के लिए लंबी दूरी की यात्रा करनी पड़ती है। इस यात्रा में न केवल उनका समय बर्बाद होता है, बल्कि उन्हें आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ता है।
संभावित लाभ और लोगों की अपेक्षाएं
लोगों का मानना यह है कि बंशीधर नगर को जिला बनाने से कई सकारात्मक बदलाव आएंगे जिससे प्रशासनिक सुविधा सबसे बड़ा लाभ यह होगा कि प्रशासनिक व्यवस्था और लोगों के और करीब आ जाएगी। उन्हें अपने रोजमर्रा के कामों के लिए इतनी दूर की यात्रा नहीं करनी पड़ेगी, जिससे सरकारी कार्यों में पारदर्शिता और गति आएगी। और विकास में भी तेजी आएगी जिसमें जिला बनने के बाद, क्षेत्र में विकास परियोजनाओं के लिए सीधे फंड आवंटित किए जा सकेंगे। इससे आधारभूत संरचना, जैसे सड़कें, स्वास्थ्य सेवाएँ, और शिक्षा संस्थानों का विकास तेजी से होगा।
रोजगार के अवसर
एक नया जिला बनने पर कई नए सरकारी कार्यालय भी स्थापित होंगे, जिससे स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।आर्थिक गतिविधि में वृद्धि:होगी और जिला मुख्यालय बनने से व्यापार और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। नए बैंक, सरकारी और निजी संस्थान खुलेंगे, जिससे क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को भी गति मिलेगी।
राजनीतिक पहलू और भविष्य की राह
भवनाथपुर विधानसभा के विधायक अनंत प्रताप देव ने इस मांग को विधानसभा में उठाकर लोगों की आवाज को सरकार तक पहुंचाया है। उन्होंने तर्क दिया है कि जिस प्रकार गढ़वा जिला बना था, उसी तर्ज पर बंशीधर नगर को भी जिला बनाया जाना चाहिए। यह मांग केवल राजनीतिक वादों तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके पीछे लोगों की वर्षों की निराशा और विकास की भी झलक छिपी है।
हालांकि, किसी भी नए जिले का गठन के लिए सभी कार्यों और कलापों को लेकर और देखे यह मामला और जनसंख्या को देखकर ही कुछ भी फैसला लिया जाता है जिससे राज्य के हित में कार्यों के साथ साहितुभूति को बढ़ावा देता है जो एक लंबी और जटिल प्रक्रिया होती है। इसमें न केवल राजनीतिक इच्छाशक्ति की जरूरत होती है, न कि बल्कि गहन प्रशासनिक, वित्तीय और जनसांख्यिकी अध्ययन भी किए जाते हैं। जिससे सरकार को यह देखना होता है कि नया जिला बनाने से राज्य के खजाने पर कितना बोझ पड़ेगा और इसका प्रशासनिक ढांचा को कैसे संभाला जाएगा
झारखण्ड के गिरिडीह के अंतर्गत एक युवक ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया था जिसमें बताया जा रहा है कि वह 24 के अंदर झारखंड के दो मंत्रियों को बम से उड़ाने की धमकी दिया था जिसको आज पटना ने पकड़ा गया और गिरफ्तार कर लिया गया है जिसको आज पुलिस के टीम ने मीडिया के सामने लाया है।
क्या है वजह
बताया जा रहा है कि बुधवार को एक ग्रुप के व्यक्ति अंकित कुमार मिश्रा ने एक वीडियो शेयर किया है इसमें बता रहा है कि झारखंड के दो मंत्री को बम से उड़ने की धमकी दे रहा है जिसमें नगर विकास व उच्च शिक्षा मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी को 24 घंटे के अंदर बम से उड़ाने की धमकी दिया था जिसके बाद पुलिस की टीम उपयुक्त संज्ञान लेते हुए आरोपी को पटना में गिरफ्तार किया है।
पुलिस की टीम क्या संज्ञान ली
बताया जा रहा है कि बुधवार को एक ग्रुप के व्यक्ति अंकित कुमार मिश्रा ने एक वीडियो शेयर किया है इसमें बता रहा है कि झारखंड के दो मंत्री को बम से उड़ने की धमकी दे रहा है जिसमें नगर विकास व उच्च शिक्षा मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी को 24 घंटे के अंदर बम से उड़ाने की धमकी दिया था जिसके बाद पुलिस की टीम उपयुक्त संज्ञान लेते हुए आरोपी को पटना में गिरफ्तार किया है।
झारखण्ड के गिरिडीह के अंतर्गत एक युवक ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें बताया जा रहा है कि वह 24 के अंदर झारखंड के दो मंत्रियों को बम से उड़ाने की धमकी दिया है।
क्या है वजह
बताया जा रहा है कि बुधवार को एक ग्रुप के व्यक्ति अंकित कुमार मिश्रा ने एक वीडियो शेयर किया है इसमें बता रहा है कि झारखंड के दो मंत्री को बम से उड़ने की धमकी दे रहा है जिसमें नगर विकास व उच्च शिक्षा मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी को 24 घंटे के अंदर बम से उड़ाने की धमकी दी है।
पुलिस की टीम क्या संज्ञान ली
बताया जा रहा है जो वह वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है वह nda के एक सम्मेलन में बैठा था पुलिस की टीम युवक की तलाश कर रही है जिससे उसको पकड़ा जाए और उपयुक्त करवाई की जाए।
गढ़वा जिले के बंशीधर नगर मार्ग पर बुधवार को एक भीषण सड़क हादसा हो गया जिसमें करनहा गांव के निवासी 33 वर्षीय ननक कुमार राम की मौके पर ही मौत हो गई जब युवा लाखों से अपने घर की ओर जा रहा था तभी सड़क पार करने के दौरान अज्ञात चार पहिया वाहन ने उसे जोरदार टक्कर मार दी जिससे कि मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
क्या था मामला
बताया जा रहा है कि करानाह गांव के ननक अपने घर जा रहे थे तभी एक तेज रफ्तार वाहन ने टक्कर मार दी जिससे उनकी मौत पर ही मौत हो गई घटना के स्थानीय ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया और उन्होंने सड़क जमकर प्रशासन से सुरक्षा व्यवस्था की मांग की स्थानीय लोगों ने बताया कि ननक कुमार राम अपने घर से लाखों की और निकले थे रास्ते में जैसे ही उन्होंने पार करने की कोशिश की इस दौरान तेज रफ्तार से आ रहे एक अज्ञात वाहन ने उसे टक्कर मार दिया ग्रामीणों ने तत्काल उन्हें देखने पहुंचे तो पाया कि युवक की मौके पर ही मौत हो चुकी है।
ग्रामीणों ने क्या कहा
आप्रोषित ग्रामीणों ने कहा कि इस सड़क को सरकार ने विकास के नाम पर बनाया है लेकिन यह लोगों के लिए मौत का रास्ता साबित हो रहा है जिससे बताया जा रहा है कि उनका कहना है कि यह पहली घटना नहीं है इससे पहले भी यहां और भी पहले भी अन्य दुर्घटनाएं होती रहती है जिससे पुलिस की पहल और स्थिति घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और आक्रोशित लोगों को समझाने बुझाने का प्रयास भी किया और ग्रामीण सड़क जाम किए हुए थे पुलिस ने आश्वासन दिया कि मामला उच्च अधिकारियों तक पहुंचाया जाएगा और ग्रामीणों की सुरक्षा संबंधी मांगों पर भी विचार किया जाएगा ग्रामीणों की मुख्य मांगे सड़क पर अंडरपास और सुरक्षित पार्क निर्माण पर गति नियंत्रण के साथ ही स्पीड ब्रेकर और चेतावनी संकेत दुर्घटनाओं में मृतकों के परिजनों की उचित मुआवजा भी दिया जाना चाहिए यह यातायात पुलिस की व्यवस्था की जानी चाहिए।
झारखंड के धनबाद में केंदुआ के अंतर्गत सोमवार के घटना हो गए बताया जा रहा है कि सोनू सिंह की पत्नी घर के बाहर कपड़ा को सुखाने के कपड़ा को लेकर निकली थी कि इसी दौरान जमीन नीचे धस गया और वह नीचे मलबे जा गिरी ।
इसी दौरान अंजू मलबे में जा गिरी और वह नीचे फस गई तभी इसी दौरान एक दूध बेचने वाला जा रहा था तो वह आवाज सुना और गांव वालों को तुरंत बुलाया और उसे ग्रामीणों की मदद से बाहर निकाल दिया गया ।
अचानक जमीन नीचे धस गया
बताया जा रहा है कि सूचना मिलने पर बीसीसीएल के टीम और पुलिस की टीम पहुंची और वह मौके का जायजा लिया और तुंरत वहां उस जगह को घेरा बंदी किया गया बताया जा रहा है कि ग्रामीणों ने बताया कि यहां लगातार इस क्षेत्र में भूस्खलन होता रहता है।
पलामू से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने एक महत्वपूर्ण आदेश जारी किया है, जिसके अनुसार अब अनुबंधित सहायक पुलिसकर्मियों की सेवा अवधि 8 साल से अधिक नहीं बढ़ाई जाएगी। इस आदेश के बाद, पलामू जिले में कार्यरत 155 सहायक पुलिसकर्मियों का भविष्य अधर में लटक गया है।
क्या हुआहै
जारी आदेश के अनुसार, इन सभी सहायक पुलिसकर्मियों की सेवा अवधि 20 अगस्त 2025 को समाप्त हो जाएगी और इसके बाद किसी भी परिस्थिति में उनकी सेवा जारी नहीं रखी जाएगी। इस आदेश ने सहायक पुलिसकर्मियों के बीच हलचल मचा दी है, क्योंकि वे पिछले कई वर्षों से अपनी सेवा स्थायी करने की मांग कर रहे थे।
पुलिस अधीक्षक, पलामू, ने इस आदेश का कड़ाई से पालन करने का निर्देश दिया है। उन्होंने सभी थाना और ओपी प्रभारियों को यह सुनिश्चित करने को कहा है कि सेवा अवधि पूरी होने के बाद किसी भी सहायक पुलिसकर्मी से कोई काम न लिया जाए। इस आदेश को लागू करने के लिए जल्द ही अनापत्ति प्रमाण-पत्र (NOC) भी जारी किया जाएगा।
फैसला राज्य भर में कार्यरत अन्य सहायक पुलिसकर्मियों पर भी असर डालेगा। फिलहाल, इस आदेश को लेकर पुलिस महकमे में गहमागहमी का माहौल है और सभी की निगाहें सरकार के अगले कदम पर टिकी हुई हैं। यह देखना होगा कि इस फैसले के बाद सरकार इन कर्मियों के लिए क्या वैकल्पिक व्यवस्था करती है।