झारखण्ड के चंदवा थाना के टोरी के अंतर्गत कोयला साइडिंग में रविवार को रात को गोलाबारूद हो गया जिसमें इस घटना के बाद नाइट गार्ड गोपाल प्रसाद जो उम्र 55 साल बताया जा रहा है जो घायल हो गया जिसमें घायलों के हमले से सम्बन्धित जानकारी राहुल दुबे ने दी जिसमें बताया जा रहा है कि लेवी के लिए घटना को अंजाम दिया गया था।
जिसमें मिली घटना के जानकारी के मुताबिक गोपाल प्रसाद अपनी ड्यूटी के लिए तैनात थे जिसमें तभी अज्ञात अपराधियों ने फायरिंग शुरू कर दिया जिसमें ड्यूटी पर तैनात गोपाल प्रसाद को एक गोली लग गई जिससे वह घायल हो गए जिसमें अपराधियों ने दो बम भी देखा था जो नहीं फटा था। जिसके मुताबिक 6 से अधिक राउंड फायरिंग भी किया गया था इसके बाद सूचना मिलते हैं तुरंत पुलिस की टीम मौके पर पहुंच कर दिया और घायल गोपाल प्रसाद को नजदीकी अस्पताल में चंदवा भर्ती कराया गया इसके बाद बेहतर इलाज के लिए उसे रांची के रिम्स हॉस्पिटल में रेफर कर दिया गया जिसमें पुलिस की टीम घटनास्थल से तीन खोखे भी बरामद किया है वहीं पुलिस की टीम सभी नजदीकी इलाकों में छानबीन कर रही है जिसमें अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम भी आयोजित किया गया जिसमें राहुल दुबे की छुट्टी में एक सोशल मीडिया पर पर्चा भी छपा है।
जिसमें पर्चा में गैंग ने लिखा है कि यह हमला रंजीत कुमार और सुमित चटर्जी को चेतावनी देने के लिए किया गया है जिसमें गैंग ने यह सभी आरोप लगाया कि रंजीत कुमार के साइडिंग से पहले ही गोलाबारिकर चेतानी दी गई थी और उसके आगे बोला गया था कि अगला बार ऑफिस और घर गाड़ी पर भी बम फेंका जाएगा जिसमें इसी के दौरान स्लाइडिंग के लेकर के एक हाइवे के घटना को अंजाम दिया गया था।
गढ़वा जिला के बंशीधर नगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत गंगटी गांव के रहने वाली रेणु कुमारी पिता आनंद पासवान जिसकी शादी 2024 में केतार के पाल नगर गांव में हुआ था जहां दशहरा के दिन नव विवाहित रेणु कुमारी का संदीप हालत में मौत हो गई।
पृष्ठभूमि और शादी
जिसमें जानकारी के मुताबिक गंगटी गांव के रहने वाले रेणु कुमारी का शादी 2024 में केतार के पाल नगर में वकील वकील पासवान नामक युवक से हुआ था।
दहेज प्रताड़ना का गंभीर आरोप
जिसमें रेणु कुमारी का पिता आनंद पासवान का मानना है कि ससुराल पक्ष वाले रेणु कुमारी को दहेज के लिए प्रताड़ित किया करते थे जिसके मुताबिक मृतका रेणु कुमारी के पिता का कहना है कि शादी के बाद से ही ससुराल वाले रेणु को दहेज की मांग के लिए हर दिन प्रताड़ित किया करते थे वही मृतका रेणु कुमारी के पिता का आप है कि पति वकील पासवान व सास बिन्दु देवी वह परिवार के अन्य सदस्य महिलाओं ने मिलकर रेणु के साथ मारपीट भी किए थे।
मौत का कारण: जहर देकर आत्महत्या की नाम देने की कोशिश
वही मृतका रेणु कुमारी के पिता का कहना है कि ससुराल वालों ने सभी मिलकर रेनू को पहले जबरन जहर पिलाया उसके बाद उसको आत्महत्या का रूप देने की कोशिश किया गया।
घटना से पहले की स्थिति
जिसमें जानकारी के मुताबिक रेणु कुछ समय से गर्भवती थी इसी वजह से वह मायके में ही रहती थी जिसमें चौंकाने वाली बात तो यह है कि रेनू घटना से 2 दिन पहले मायके से ससुराल के लिए गई थी इसी बीच ससुराल लौट के ठीक पहले ही दिन उसकी मौत हो गई।
ग्रामीणों में आक्रोश चोट का निशान
जिसमें मौत के बाद मृतका रेणु के शव का पोस्टमार्टम कराया गया तो पाया गया कि उसे जहर देकर मारा गया है और शव को गांव लाया गया तो उसके शरीर पर कई जगह चोट के निशान भी थे इसके बाद इन निशानों को देखने के बाद ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया और ग्रामीणों ने तुरंत दोषियों कोई गिरफ्तार करने की पुलिस से मांग की गई।
कानूनी कार्रवाई
जिसके बाद मृतका रेणु कुमारी के पिता ने केतार थाना में ससुराल पक्ष के खिलाफ लिखित आवेदन दिया गया वही केदार थाना के थाना प्रभारी अरुण कुमार रवानी ने बताया कि मामले की जांच गंभीरता से की जा रही है और उन्होंने पीड़िता के परिवार को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया।
गढ़वा जिला के बंशीधर नगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत गंगटी गांव के रहने वाली रेणु कुमारी पिता आनंद पासवान जिसकी शादी 2024 में केतार के पाल नगर गांव में हुआ था जहां दशहरा के दिन नव विवाहित रेणु कुमारी का संदीप हालत में मौत हो गई।
झारखंड में कुर्मी समाज का ‘रेल रोको’ आंदोलन: एसटी दर्जे की मांग पर अड़े प्रदर्शनकारी, चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात 2025
झारखंड राज्य में कुर्मी जाति को एसटी में शामिल जाने की मांग को लेकर कुर्मी समाज के लोगों के द्वारा 20 सितंबर को रेल टेका आंदोलन किया जाएगा इसे लेकर डीजीपी अनुराग गुप्ता ने पुलिस मुख्यालय में रेलवे पुलिस नागरिक एवं आरपीएफ के जवान के अधिकारियों के साथ मुलाकात की और उनके साथ इस समीक्षा पर बैठक किया और बात भी किए।
इस मामले को लेकर सीएसपी एसपी ने रेल मार्ग व स्टेशन मैं वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से बैठक की इसके लिए इस बैठक में कोई दंगा फसाद ना हो एवं डीजीपी ने निर्देश जारी किया कि इस आंदोलन में चिन्हित कुर्मी जाति के नेताओं को हिरासत में लिया जाएगा इसके लिए सभी जगह सुरक्षा व्यवस्था खड़ा कर दिया गया है जैसे रेलवे सभी चौक चौराहे पर सम एंबुलेंस की व्यवस्था भी खड़ा कर दिया गया है जिसमें दंगा रोधी वाहन को भी तैनात कर दिया गया इसके लिए 2000 से अधिक पुलिस के जवानों को तैनात कर दिया गया है।
झारखंड में कुर्मी समाज का ‘रेल रोको’ आंदोलन: प्रशासन की कड़ी तैयारी
झारखंड में ‘रेल रोको’ आंदोलन: सुरक्षा के लिए 2,000 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात
कुर्मी आंदोलन: संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा कड़ी, नेताओं की होगी गिरफ्तारी
झारखंड में ‘रेल रोको’ आंदोलन: ड्रोन और सीसीटीवी कैमरे से निगरानी
‘रेल रोको’ आंदोलन: पुलिस की फुल प्रूफ तैयारी, दंगा रोधी वाहन और बॉडी प्रोटेक्टर से लैस जवान
सभी जवान बॉडी प्रोटेक्टर के साथ रहेंगे
इसके लिए सभी जिला के एसपी को इस आंदोलन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने की निर्देश जारी किए हैं जिसमें रांची पाकुड़ हजारीबाग सरायकेला खरसावां गिरिडीह पलामू गढ़वा सहित कई संवेदनशील इलाकों तहसील रेलवे स्टेशनों में भी सुरक्षा व्यवस्था मुस्ताक रखने की निर्देश इसमें रेलवे के आरपीएफ के जवानों को सुरक्षा व्यवस्था को बनाए रखने निर्देश दिया क्या खास करके सभी रेलवे लाइनों पर सतर्कता बरतने की कहा गया है इस होने वाले आंदोलन में सभी जवान बॉडी प्रोटेक्टर हेलमेट के साथ मुतैद रहेंगे इसके लिए सभी जगह सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्देश दिया क्या है एवं रेलवे स्टेशनों पर भी बाजार सीसीटीवी कैमरे लगाने की निर्देश जारी किया गया है इस आंदोलन में कोई अक्रिय कोई जान माल की घटना ना हो इसके लिए रेलवे ने गोपनीय सूचना तंत्र को लगाया जाएगा इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में सभी रेलवे के आईजीएम आरपीएफ के जनरल अधिकारी शामिल थे।
टाटा मोटर्स द्वारा जमशेदपुर के एलबीएसएम कॉलेज में कैंपस प्लेसमेंट ड्राइव का आयोजन: डिप्लोमा और आईटीआई कोर्स के साथ 23 साल से कम उम्र के युवाओं के लिए नौकरी का सुनहरा मौका 2025
वीडियो के अनुसार, टाटा मोटर्स जमशेदपुर के एलबीएसएम कॉलेज में एक बड़ा कैंपस प्लेसमेंट ड्राइव आयोजित कर रहा है। यह उन युवाओं के लिए एक शानदार मौका है जो ऑटोमोबाइल सेक्टर में अपना करियर बनाना चाहते हैं।
मुख्य जानकारी:
आयोजन: टाटा मोटर्स ने 18 सितंबर से एलबीएसएम कॉलेज, जमशेदपुर में कैंपस प्लेसमेंट शुरू किया है।
पात्रता: कॉलेज के मौजूदा और पूर्व छात्र जिनकी उम्र 23 साल से कम है, वे इसमें भाग ले सकते हैं।
चयन प्रक्रिया: उम्मीदवारों का चयन लिखित और मौखिक परीक्षा के माध्यम से होगा।
सबसे खास बात: चुने गए उम्मीदवारों का डिप्लोमा और आईटीआई कोर्स का खर्च कंपनी खुद उठाएगी!
स्टाइपेंड और ट्रेनिंग: ट्रेनिंग के दौरान छात्रों को लगभग ₹12,700 का स्टाइपेंड मिलेगा और उन्हें मेकाट्रॉनिक्स ट्रेड में विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी।
रोजगार का अवसर: कॉलेज के प्रिंसिपल, डॉ. अशोक कुमार झा ने बताया कि जिस तरह टाटा स्टील में युवाओं को रोजगार मिला था, उसी तरह टाटा मोटर्स में भी बड़ी संख्या में अवसर मिलेंगे।
यह ड्राइव सिर्फ नौकरी नहीं, बल्कि आपके भविष्य को एक नई दिशा देने का मौका है। तो अगर आप पात्र हैं, तो इस अवसर का लाभ जरूर उठाएं।
व्यवस्था की चौंकाने वाली हकीकत: खाट पर जान जोखिम में डालकर नदी पार कराई गई गर्भवती महिला 2025
झारखंड के पलामू जिले के विश्रामपुर प्रखंड से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है, जिसने राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोल दी है। प्रसव पीड़ा से जूझ रही एक गर्भवती महिला को अस्पताल पहुंचाने के लिए, ग्रामीणों को अपनी जान जोखिम में डालकर बाढ़ के पानी से भरी नदी पार करवानी पड़ी।
यह घटना राजखाड़ अंबेडकर नगर की है। जब गर्भवती महिला की तबीयत बिगड़ी, तो एम्बुलेंस या किसी भी सरकारी वाहन की सुविधा उपलब्ध नहीं थी। बार-बार मदद के लिए गुहार लगाने के बावजूद, स्वास्थ्य विभाग से कोई सहायता नहीं मिली। इसके बाद, गांव के लोगों ने मिलकर एक खाट को स्ट्रेचर की तरह इस्तेमाल किया। उन्होंने महिला को उस पर लिटाया और कंधे से उठाकर तेज बहाव वाले नदी के पानी से होकर पैदल ही पार कराया।
नदी पार कराने के बाद भी उनकी मुश्किलें खत्म नहीं हुईं। आगे का रास्ता खराब और कीचड़ से भरा हुआ था। अंततः, ग्रामीणों को अपने निजी खर्च पर एक वाहन का इंतजाम करना पड़ा, जिससे वे महिला को अस्पताल तक पहुंचा सके।
इस मामले पर गांव के अवधेश राम ने बताया कि उन्होंने एम्बुलेंस के लिए अधिकारियों को कई बार फोन किया, लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया। उन्होंने कहा कि “हम लोगों ने जान जोखिम में डालकर चंपा देवी को नदी पार कराया, लेकिन इसके बाद भी हमें कोई सरकारी मदद नहीं मिली। एम्बुलेंस की सुविधा तक नहीं मिली।”
यह घटना दर्शाती है कि झारखंड के सुदूर इलाकों में स्वास्थ्य सेवाएँ और बुनियादी ढाँचा कितना कमजोर है। पुलों और एम्बुलेंस जैसी मूलभूत सुविधाओं की कमी की वजह से लोगों की जिंदगी दांव पर लगी हुई है।
झारखंड के गढ़वा जिले के धुरकी थाना क्षेत्र में स्थित अंबाखोरेया गांव से एक दुखद घटना सामने आई है। जानकारी के अनुसार, गांव के दुर्गा मंडप में स्थापित दुर्गा माता की प्रतिमा को कुछ अज्ञात लोगों ने नुकसान पहुंचाया है, जिससे प्रतिमा खंडित हो गई है।
यह घटना सामने आने के बाद पूरे गांव में आक्रोश और तनाव का माहौल बन गया। ग्रामीणों की भीड़ मौके पर जमा हो गई, जिसके बाद तुरंत इसकी सूचना धुरकी थाना को दी गई।
सूचना मिलते ही थाना प्रभारी जनार्दन रावत अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटनास्थल का निरीक्षण किया और ग्रामीणों को शांत रहने की अपील की। उन्होंने आश्वासन दिया है कि इस मामले की गंभीरता से जांच की जाएगी और जल्द ही दोषियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है और गांव में शांति बनाए रखने के प्रयास कर रही है।
झारखंड में खनन परियोजनाओं की चुनौती: वन भूमि और क्षतिपूर्ति वानरोपण का संकट
झारखंड में खनन परियोजनाओं के विस्तार के साथ ही क्षतिपूर्ति वानरोपण एक बड़ी चुनौती बनकर उभरी है। राज्य में 27 प्रस्तावित कोयला परियोजनाओं के लिए लगभग 10,000 हेक्टेयर वन भूमि का उपयोग करना होगा। नियमों के अनुसार, कंपनियों को इसके बदले में दोगुनी यानी लगभग 20,000 हेक्टेयर भूमि पर पौधारोपण करना अनिवार्य होगा।
भूमि की कमी
राज्य सरकार को चिंता है कि यदि सरकारी भूमि इसी तरह खर्च होती रही, तो भविष्य में विकास योजनाओं के लिए जमीन की कमी हो जाएगी। झारखंड में 29% से अधिक भूमि वन क्षेत्र है, और हर नई परियोजना वन क्षेत्र को प्रभावित करती है। सीमित भूमि उपलब्धता के कारण दोगुनी भूमि पर वन रोपण करना मुश्किल हो रहा है।
वन भूमि का उपयोग और क्षतिपूर्ति वानरोपण: झारखंड सरकार की चिंता
झारखंड में विकास और वन संरक्षण के बीच संतुलन की चुनौती
झारखंड में वन भूमि और विकास योजनाओं के बीच संघर्ष: समाधान की तलाश
समाधान की तलाश
ज्य सरकार ने केंद्र सरकार से नीति में बदलाव की सिफारिश की है। अब देखना होगा कि केंद्र और राज्य मिलकर इस जटिल मुद्दे का समाधान कैसे निकालते हैं। इस मुद्दे का समाधान निकालने से न केवल पर्यावरण की रक्षा होगी, बल्कि विकास योजनाओं को भी गति मिलेगी।
रांची पुलिस मुख्यालय के डाटा सेंटर में लगी भीषण आग, 13 से अधिक कंप्यूटर खाक
झारखंड पुलिस मुख्यालय के धुर्वा स्थित डाटा सेंटर में सोमवार रात को अचानक आग लग गई, जिसके कारण मुख्यालय में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। आग से हुए नुकसान की जानकारी मिली है, जिसमें 13 से अधिक कंप्यूटर जलकर खाक हो गए। सूचना मिलते ही पुलिस मुख्यालय के गार्डों ने फायर ब्रिगेड को बुलाया और आग पर काबू पाया गया।
आग लगने का कारण
मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस मुख्यालय के डेवलपमेंट सेंटर में वेबसाइट से जुड़े कई महत्वपूर्ण काम किए जाते थे। इसी सेंटर में आग लगने से 13 से ज्यादा कंप्यूटर नष्ट हो गए। इस सेंटर में प्राइवेट कर्मचारियों के अलावा वायरलेस विभाग के पुलिसकर्मी भी काम करते हैं, लेकिन रात के समय उनकी ड्यूटी नहीं होती है। आग लगने के सही कारणों का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है।
धुर्वा पुलिस मुख्यालय के डाटा सेंटर में आग से हड़कंप, करोड़ों का नुकसान
झारखंड पुलिस मुख्यालय के डाटा सेंटर में आग, जांच के आदेश
रांची पुलिस मुख्यालय में लगी आग: वेबसाइट डेवलपमेंट से जुड़े 13 कंप्यूटर जलकर राख
पुलिस मुख्यालय के डाटा सेंटर में आग: क्या था वजह और क्या-क्या हुआ नुकसान?
क्या-क्या हुआ नुकसान?
पुलिस प्रवक्ता माइकल राज ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है और अभी हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और अगर कोई व्यक्ति दोषी पाया जाता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
गढ़वा में आकाशीय बिजली का कहर: बकरी चरा रहे शख्स की पाँच बकरियों की मौत
गढ़वा, झारखंड। गढ़वा जिले के धुरकी थाना क्षेत्र के सोनडीहा गांव में सोमवार को आकाशीय बिजली गिरने से एक चरवाहे की पाँच बकरियों की मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना से पूरे गांव में हड़कंप मच गया।
हादसा उस समय हुआ जब सोनडीहा गांव निवासी एक शख्स अपनी बकरियां चरा रहा था। अचानक मौसम बिगड़ा और तेज गर्जना के साथ बिजली गिरी। बिजली की चपेट में आने से उसकी पाँच बकरियों ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया।
सोनडीहा गांव में वज्रपात का कहर, बिजली गिरने से पांच बकरियों ने तोड़ा दम
बकरी चराते वक्त गिरी बिजली, एक शख्स की पांच बकरियां मौके पर मरीं
बकरियों पर मौत बनकर गिरी बिजली, चरवाहे को नहीं आई खरोंच
गनीमत रही! गढ़वा में बिजली गिरने से बकरियों की मौत, चरवाहा सुरक्षित
गनीमत रही कि बकरियां चरा रहे व्यक्ति को इस दौरान कोई चोट नहीं आई और वह पूरी तरह से सुरक्षित है। घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोग और पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचा। यह घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है और लोग इस बात से हैरान हैं कि चरवाहा कैसे बच गया।
त्योहारों से पहले हर घर में खुशी: मैया सम्मान योजना और पेंशनरों के लिए सरकार का तोहफा, ₹3000 तक की राशि मिलेगी
झारखखंड राज्य में मैया सम्मान योजना के लाभ ले रहे सभी लोगों के लिए सरकार द्वारा उनके लिए एक बड़ी खुशखबरी जारी की गई जिसके सभी लोगों को दुर्गा पूजा से पहले ही सितंबर महीने की किस्त जारी की जाएगी जिससे सभी लोगों का आर्थिक सहयोग हो सके और जिसमें झारखंड राज्य में लगभग 11.75 लाख लोग लाभ ले रहे बिरधा पेंशन विधवा पेंशन और दिव्यांग लोगों को दुर्गा पूजा से पहले ही 3 महीने का किस्त जारी कर दिया जाएगा जिसके लिए राज्य सभी जिलों में 15 सितंबर लिस्ट वाइज पैसा ट्रांसफर कर दिया जाएगा जिसमें वही अक्टूबर महीने का भी किसान दीपावली और छठ से पहले ही जारी कर दिया जाएगा।
वृद्धा विधवा और दिव्यांग को भी मिलेगी पेंशन
Maiya Samman Yojana Rs 2500: 15 सितंबर के बाद जिला स्तर से ट्रांसफर होगी
जिलावार पेंशनरों की संख्या
झारखंड मैया सम्मान योजना: दुर्गा पूजा से पहले मिलेगी सितंबर की किस्त
झारखखंड राज्य में मैया सम्मान योजना के लाभ ले रहे सभी लोगों के लिए सरकार द्वारा उनके लिए एक बड़ी खुशखबरी जारी की गई जिसके सभी लोगों को दुर्गा पूजा से पहले ही सितंबर महीने की किस्त जारी की जाएगी जिससे सभी लोगों का आर्थिक सहयोग हो सके और जिसमें झारखंड राज्य में लगभग 11.75 लाख लोग लाभ ले रहे बिरधा पेंशन विधवा पेंशन और दिव्यांग लोगों को दुर्गा पूजा से पहले ही 3 महीने का किस्त जारी कर दिया जाएगा सितंबर महीने में करीबन 50 लाख से अधिक महिलाओं को मैया सम्मान योजना के राशि ट्रांसफर किया जाएगा जिसके राज्य के सभी जिले को निर्देश जारी कर दिया गया है।
15 सितंबर के बाद सभी ट्रांसफर किया जाएगा राशि
जिसमें झारखंड राज्य के सभी जिलों को 15 सितंबर तक महेश सम्मान योजना के लाभ ले रहे हैं सही महिलाओं को राशि 15 सितंबर के बाद ट्रांसफर कर दिया जाएगा वही अक्टूबर मां की भी राशि दीपावली और छत से पहले ट्रांसफर कर दिया जाएगा जिसमें झारखंड राज्य में लाभ ले रहे मैया सम्मान योजना के करीब 50 लाख महिलाओं के लिए सभी जिलों को 96 करोड रुपए की आवंटन किया क्या है जिसमें मिल रहे हैं मैया सम्मान योजना के प्रतिमा ₹2500 की राशि जारी की जाएगी।
झारखंड मैया सम्मान योजना: दुर्गा पूजा से पहले मिलेगी सितंबर की किस्त
पेंशनरों को तोहफा: झारखंड में वृद्धा, विधवा, दिव्यांग पेंशन की 3 महीने की किस्त जारी
झारखंड पेंशन योजना: 15 सितंबर के बाद मिलेगी किस्त
वृद्ध, विधवा और दिव्यांग को एक साथ तीन माह की पेंशन मिलेगी, निर्देश जारी
11.75 लाख लाभुकों को तीन माह की पेंशन राशि मिलेगी
अगस्त तक की मंईयां योजना की राशि मिली, सितंबर माह की 15 के बाद खाते में जायेगी
9600 करोड़ रुपये जिलों को मंईयां योजना के लिए मिले हैं
पेंशन धारियों को मिलेगे 3000 रुपए
जिसमें झारखंड राज्य के सभी वृद्ध विधवा और विकलांग लोगों के लिए राज्य में कुल 11,75,646 पेंशनधारी है. इनमें से 8,99,076 लोगों को वृद्धा पेंशन, 2,51,173 को विधवा पेंशन और 25397 लोगों को दिव्यांग पेंशन मिलेगी. जिसमें एक साथ तीन महीने की किस्त जारी की जाएगी जिसमें राज्य के सभी वृद्धा विधवा और विकलांग लोगों को प्रतिमा ₹1000 की किस जारी की जाती है।