श्री बंशीधर नगर में नकली मिठाइयों का साम्राज्य ध्वस्त, 55 क्विंटल मिठाई जब्त

झारखंड के श्री बंशीधर नगर में पुलिस और खाद्य सुरक्षा विभाग ने मिलकर एक बड़ी सफलता हासिल की है। आगामी त्यौहारों से ठीक पहले, उन्होंने एक थोक व्यापारी के घर पर छापेमारी कर 55 क्विंटल (लगभग 5,500 किलोग्राम) नकली और मिलावटी मिठाइयां जब्त की हैं। यह कार्रवाई सिर्फ एक छापा नहीं है, बल्कि यह उन मिलावटखोरों के खिलाफ एक मजबूत संदेश है जो लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहे हैं।

लापरवाही की इंतहा: स्वास्थ्य से खिलवाड़

जब्त की गई मिठाइयों में मुख्य रूप से छेना रसगुल्ला और कलाकंद शामिल थे। जांच में पाया गया कि ये मिठाइयां न केवल अस्वच्छ परिस्थितियों में बनाई जा रही थीं, बल्कि इनमें ब्रांडिंग, मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपायरी डेट जैसी बुनियादी जानकारियों का भी अभाव था। यह दिखाता है कि इन मिठाइयों को बनाने वाले लोग न सिर्फ कानून तोड़ रहे थे, बल्कि उन्हें लोगों के स्वास्थ्य की भी जरा परवाह नहीं थी। ऐसी मिठाइयां खाने से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जिनमें फूड पॉइजनिंग और एलर्जी शामिल हैं।त्यौहारों की आड़ में चलता था गोरखधंधायह साफ है कि यह धंधा त्यौहारों के मौके पर चलता था। रक्षाबंधन, गणेश चतुर्थी, और दुर्गा पूजा जैसे त्यौहारों पर मिठाइयों की भारी मांग होती है, जिसका फायदा उठाकर ये व्यापारी कम दाम में घटिया क्वालिटी की मिठाइयां बनाकर बेचते थे। वे खासकर छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों के बाजारों को निशाना बनाते थे, जहां लोग अक्सर कम दाम को प्राथमिकता देते हैं और जागरूकता की कमी होती है।

आगे की कार्रवाई और सख्त संदेश

पुलिस ने व्यापारी के खिलाफ खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है। जब्त की गई मिठाइयों के नमूने लैब में भेज दिए गए हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि इनमें कौन-कौन से हानिकारक रसायन और तत्व मौजूद हैं। इस कार्रवाई से यह स्पष्ट संदेश मिलता है कि मिलावटखोरों को बख्शा नहीं जाएगा और प्रशासन लोगों के स्वास्थ्य को लेकर गंभीर है।यह घटना हम सभी के लिए एक सबक है कि त्यौहारों पर मिठाई खरीदते समय हमें सतर्क रहना चाहिए। हमेशा भरोसेमंद दुकानों से ही मिठाई खरीदें और पैकेट पर मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपायरी डेट जैसी जानकारियां जरूर जांचें।

800 करोड़ के GST घोटाले में ED ने रेड में रांची, जमशेदपुर और कोलकाता में छापेमारी की

झारखंड में 800 करोड़ रुपये के बड़े जीएसटी घोटाले की जांच कर रही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार सुबह से ही अपनी कार्रवाई को तेज कर दिया है। ईडी की टीमों ने रांची, जमशेदपुर और कोलकाता सहित आठ अलग-अलग ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। यह घोटाला फर्जी कंपनियों के एक बड़े नेटवर्क और हवाला लेनदेन से जुड़ा है, जिससे सरकारी खजाने को भारी नुकसान हुआ है।

छापेमारी का विवरण

ईडी की टीम ने रांची के पीपी कंपाउंड स्थित कृष्ण अपार्टमेंट के चौथे फ्लोर पर छापेमारी की। इसी दौरान, जमशेदपुर में स्क्रैप कारोबारी ज्ञानचंद जायसवाल उर्फ बबलू जायसवाल के ठिकानों पर भी टीम पहुंची। बबलू जायसवाल को ईडी इस मामले में पहले भी जेल भेज चुकी है। जमशेदपुर में सर्किट हाउस एरिया, बिष्टुपुर, जुगसलाई और आदित्यपुर समेत अन्य स्थानों पर छापेमारी चल रही है।इसके अलावा, ईडी ने झरिया और धनबाद में भी दबिश दी। यह कार्रवाई व्यवसायी अमित अग्रवाल उर्फ चीनू अग्रवाल के खिलाफ चल रही जांच का हिस्सा है। उन पर लगभग 200 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी का आरोप है।

क्या मिला ईडी को?

छापेमारी के दौरान, ईडी के अधिकारियों ने कई अहम दस्तावेज़ जब्त किए हैं। इनमें हवाला और फर्जी कंपनियों के माध्यम से किए गए लेन-देन के रिकॉर्ड, बैंक ट्रांजेक्शन से जुड़े कागजात, संपत्ति के दस्तावेज़ और कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस शामिल हैं।

ईडी का मानना है कि फर्जी कंपनियों का जाल बिछाकर इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) का गलत फायदा उठाया गया, जिससे सरकार को बड़े पैमाने पर राजस्व का नुकसान हुआ।

पहले की कार्रवाई और गिरफ्तारियां

यह दूसरी बार है जब ईडी इस मामले में छापेमारी कर रही है। इससे पहले, ईडी ने इस घोटाले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था: * कोलकाता के कारोबारी शिवकुमार देवड़ा * अमित गुप्ता * मोहित देवड़ा * जमशेदपुर के विक्की भालोटियाइन सभी आरोपियों को रिमांड पर लेकर गहन पूछताछ की गई थी। जांच के दौरान, इनकी कागजी कंपनियों से जुड़े 10 बैंक खातों से 60 लाख रुपये भी जब्त किए गए थे। फिलहाल, चारों आरोपी रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में न्यायिक हिरासत में बंद हैं।

ईडी का कहना है कि यह छापेमारी पिछली पूछताछ से मिले इनपुट के आधार पर की गई है। एजेंसी इस हवाला नेटवर्क और फर्जी बिलिंग के पूरे रैकेट का पर्दाफाश करने में जुटी है, जिसकी परतें रांची, जमशेदपुर, कोलकाता और मुंबई तक फैली हुई हैं।

गैंगस्टर आशीष रंजन उर्फ छोटू धनबादिया यूपी में ढेर

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में बुधवार की रात यूपी एसटीएफ ने एक मुठभेड़ में बिहार-झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर आशीष रंजन, जिसे छोटू धनबादिया के नाम से भी जाना जाता था, को मार गिराया।

मुठभेड़ का विवरण

यह मुठभेड़ प्रयागराज के शंकरगढ़ क्षेत्र में हुई। एसटीएफ की टीम ने जब छोटू धनबादिया को घेरने की कोशिश की, तो उसने एके-47 से गोलियां चलाना शुरू कर दिया। एसटीएफ की जवाबी कार्रवाई में उसे गोली लगी और वह मारा गया। घटनास्थल से पुलिस को एक एके-47, एक पिस्तौल और भारी मात्रा में 9 एमएम के कारतूस मिले हैं।

आशीष रंजन का आपराधिक इतिहास

आशीष रंजन कई गंभीर अपराधों में वांछित था, जिनमें से प्रमुख हैं: * धनबाद के डिप्टी मेयर नीरज सिंह की हत्या: 2017 में नीरज सिंह को गोलियों से छलनी करने का आरोप उस पर था। * अन्य हत्याएं: गैंगस्टर अमन सिंह और जमीन कारोबारी समीर मंडल की हत्या के मामलों में भी वह आरोपी था। * अमन सिंह हत्याकांड: 3 दिसंबर 2023 को धनबाद जेल में गैंगस्टर अमन सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। आशीष रंजन ने एक ऑडियो जारी कर इस हत्या की जिम्मेदारी ली थी और खुद को अमन विरोधी घोषित कर दिया था।आशीष रंजन पहले अमन सिंह गैंग का शूटर था और उसके इशारे पर रंगदारी और हत्या जैसी वारदातों को अंजाम देता था। अमन सिंह के जेल जाने के बाद उसने अपना वर्चस्व बढ़ाना चाहा। वह बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश में सक्रिय था और यूपी एसटीएफ को लंबे समय से उसकी तलाश थी।

प्रयागराज में आने का कारण

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आशीष रंजन प्रयागराज में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में था। इसी सूचना पर एसटीएफ ने उसे घेर लिया, जिसके बाद यह मुठभेड़ हुई।

राँची के मंदिरों में सुरक्षा पर सवाल महादेव टंगरा धाम में चोरी की घटना

राँची के मंदिरों में चोरी की घटनाएँ थमने का नाम नहीं ले रही हैं। ताजा मामला राँची के रातू थाना क्षेत्र के बिजुलिया स्थित महादेव टंगरा धाम मंदिर का है, जहाँ चोरों ने मंदिर में रखी दानपेटी ही चुरा ली। यह पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है, जिसमें दो चोर आधी रात के अंधेरे में चेहरे पर कपड़ा लपेटे हुए मंदिर में दाखिल होते और दानपेटी ले जाते साफ दिखाई दे रहे हैं।

इस घटना ने एक बार फिर मंदिरों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। मंदिर प्रबंधन ने तुरंत स्थानीय पुलिस को सूचना दी है और मामले की जाँच शुरू हो चुकी है, लेकिन यह घटना राँची में हो रही ऐसी कई वारदातों की कड़ी का हिस्सा मात्र है।

पिछले छह महीनों में मंदिरों में हुई चोरियाँ

पिछले कुछ महीनों में राँची और आसपास के इलाकों में कई मंदिरों को निशाना बनाया गया है। * जनवरी 2025 में, एटीआई मोड़ के हनुमान मंदिर में ताले तोड़कर दानपेटी और पूजा सामग्री की चोरी हुई थी। * इसी महीने, देवघर के जसीडीह स्थित पागल बाबा आश्रम में भी बड़ी चोरी हुई, जहाँ चोरों ने चाँदी की मूर्तियाँ, मुकुट और लगभग ₹1 लाख नकद चुरा लिए। * मार्च 2025 में, सुखदेवनगर थाना क्षेत्र के त्रिशक्ति मंदिर से दानपेटी में रखे ₹15,000 और पीतल-तांबे के पूजा पात्र भी चोरी हो गए।

हाल ही में चुटिया क्षेत्र के त्रिलोकीनाथ महादेव मंदिर में भी दानपेटी चोरी होने की घटना सामने आई थी।इन लगातार हो रही घटनाओं से यह साफ है कि मंदिरों को विशेष रूप से निशाना बनाया जा रहा है। ये चोर सुनसान रातों में इन मंदिरों को अपना आसान शिकार बना रहे हैं।

प्रशासन से सुरक्षा बढ़ाने की माँग

लगातार हो रही इन चोरियों के बावजूद मंदिरों की सुरक्षा के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। मंदिर समितियाँ और स्थानीय लोग पुलिस गश्त बढ़ाने की माँग कर रहे हैं। उनका मानना है कि पुलिस को ऐसे संवेदनशील धार्मिक स्थलों के आसपास अपनी निगरानी बढ़ानी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। फिलहाल, इन घटनाओं से भक्तों और मंदिर प्रबंधन में चिंता का माहौल है।

पीएलएफआई कमांडर मार्टिन केरकेट्टा मुठभेड़ में ढेर

पीएलएफआई कमांडर मार्टिन केरकेट्टा मुठभेड़ में ढेर

झारखंड पुलिस को उग्रवाद विरोधी अभियान में एक बड़ी सफलता मिली है। गुमला जिले के कामडारा थाना क्षेत्र के चंगाबाड़ी ऊपरटोली जंगल में हुई मुठभेड़ में ₹15 लाख का इनामी और पीएलएफआई (पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया) का शीर्ष कमांडर मार्टिन केरकेट्टा मारा गया। इस कार्रवाई को संगठन के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है, क्योंकि दिनेश गोप की गिरफ्तारी के बाद मार्टिन ही संगठन की कमान संभाल रहा था।

मुठभेड़ का विवरण

गुमला के एसपी हारिस बिन जमा को गुप्त सूचना मिली थी कि पीएलएफआई के उग्रवादी इलाके में छिपे हुए हैं। सूचना के आधार पर, पुलिस की एक विशेष टीम ने फौरन इलाके की घेराबंदी शुरू कर दी। जैसे ही पुलिस टीम उग्रवादियों के करीब पहुंची, उन्होंने पुलिस पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की, जिसमें मार्टिन केरकेट्टा ढेर हो गया। पुलिस ने घटनास्थल से कई हथियार भी बरामद किए हैं। मुठभेड़ के दौरान, दो अन्य उग्रवादियों के घायल होने की खबर है, जबकि आधे से ज़्यादा उग्रवादी जंगल का फायदा उठाकर भागने में कामयाब रहे।

कौन था मार्टिन केरकेट्टा?

मार्टिन केरकेट्टा मूल रूप से कामडारा के रेड़मा गांव का रहने वाला था। वह पीएलएफआई की केंद्रीय समिति का एक सक्रिय और महत्वपूर्ण सदस्य था। संगठन के लिए लेवी वसूली, लोगों को धमकाना, और फायरिंग जैसी आपराधिक गतिविधियों की रणनीति वही बनाता था। मार्टिन और पीएलएफआई सरगना दिनेश गोप बचपन के दोस्त थे। दोनों ने लापुंग के महुगांव में एक ही स्कूल में साथ पढ़ाई की थी, और बाद में दोनों ने मिलकर पीएलएफआई संगठन का विस्तार किया। इसी वजह से संगठन के भीतर उसका कद काफी ऊंचा था। पुलिस को लंबे समय से उसकी तलाश थी।क्या आप इस घटना से संबंधित और कोई जानकारी चाहते हैं?

साइबर ठगी के तीन अलग-अलग मामले

साइबर ठगों ने झारखंड के रांची शहर में लोगों को ठगने के लिए नए-नए तरीके अपनाए हैं। इन मामलों में कुल मिलाकर लाखों रुपये की ठगी हुई है।

पार्ट-टाइम नौकरी का झांसा

गूगल मैप रिव्यू: मुरहू के करण महतो से गूगल मैप पर होटलों की समीक्षा (रिव्यू) करने के नाम पर करीब 2.91 लाख रुपये ठगे गए। उन्हें पहले कुछ पैसे देकर लालच दिया गया और फिर “प्रीपेड रिव्यू” के बहाने उनसे बार-बार पैसे मांगे गए, जो उन्होंने नहीं निकाले।

टेलीग्राम पर नौकरी: साइबर अपराधियों ने टेलीग्राम ऐप का इस्तेमाल करके दो लोगों से नौकरी के बहाने करीब 3 लाख रुपये ठगे। एक मामले में पुंदाग निवासी सीमांत प्रसाद से 2.42 लाख रुपये की ठगी हुई, वहीं हेहल की रहने वाली मेघा बंसल के साथ भी ऐसा ही हुआ।

पानी का बिल चुकाने के नाम पर ठगी

नउवा टोली के आशीष कुमार जैन को एक अनजान नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने पानी का बिल बकाया होने की बात कहकर उन्हें एक ऐप डाउनलोड करवाया। ऐप डाउनलोड करते ही उनके बैंक खाते से 3.61 लाख रुपये निकाल लिए गए।

सरकारी योजना में पार्टनरशिप का लालच

अदिति सिन्हा को नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (NSDC) में अपनी सोसाइटी को पार्टनर बनाने के नाम पर एक मेल आया। उन्हें 30 लाख रुपये प्रति माह के प्रोजेक्ट का झांसा दिया गया और शुरुआती 10 सीटें मुफ्त देने की बात कही गई। इस तरह उनसे 1 लाख 83 हजार 200 रुपये की ठगी की गई।

सभी मामलों की प्राथमिकी साइबर थाने, रांची में दर्ज कराई गई है। इन घटनाओं से पता चलता है कि साइबर ठग पार्ट-टाइम नौकरी, सरकारी योजनाओं और जरूरी बिलों का बहाना बनाकर लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं।

बारिश से कच्चा मकान ध्वस्त, बालबाल बच्चे लोग

बुका के तितही टोला निवासी सरीखा भुइयां का खपरैल का घर मंगलवार को भारी बारिश के कारण गिर गया। गनीमत रही कि हादसे के वक्त परिवार का कोई भी सदस्य घर के अंदर नहीं था, जिसकी वजह से कोई हताहत नहीं हुआ।मकान गिरने से घर में रखा सारा सामान, जिसमें कपड़े, अनाज और अन्य घरेलू सामान शामिल थे, मलबे में दब गया। इस घटना से परिवार को भारी नुकसान हुआ है।

मकान गिरने से घर में रखा सारा सामान, जिसमें कपड़े, अनाज और अन्य घरेलू सामान शामिल थे, मलबे में दब गया। इस घटना से परिवार को भारी नुकसान हुआ है। पीड़ित परिवार ने बताया कि अचानक से तेज बारिश शुरू हुई और कुछ ही देर में उनका मकान भरभराकर गिर गया। उस वक्त सभी लोग घर के बाहर एक पेड़ के नीचे बैठे थे, जिससे उनकी जान बच गई।

हादसे की जानकारी

हादसे की जानकारी मिलते ही पंचायत की मुखिया बेबी देवी मौके पर पहुंचीं और नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाया और आश्वासन दिया कि सरकारी प्रावधानों के तहत उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाने की कोशिश की जाएगी। मुखिया ने कहा कि वह जल्द ही इसकी रिपोर्ट अधिकारियों को सौंपेंगी ताकि परिवार को जल्द से जल्द मदद मिल सके। स्थानीय ग्रामीणों ने भी प्रशासन से अपील की है कि पीड़ित परिवार को तुरंत सहायता दी जाए, ताकि वे इस मुश्किल घड़ी से उबर सकें।

कोडरमा में 16 साल के छात्र ने लगाई फांसी

कोडरमा के तिलैया थाना क्षेत्र में 16 वर्षीय छात्र जितेंद्र वर्मा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, जिससे उसके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। 11वीं कक्षा के छात्र जितेंद्र की मौत ने न सिर्फ उसके परिवार को सदमे में डाल दिया है, बल्कि पूरे इलाके में शोक की लहर है।

क्या है मामला?

जितेंद्र के पिता कुंदन वर्मा एक प्लम्बर हैं। उन्होंने बताया कि मंगलवार सुबह करीब 7 बजे जब वे काम पर जा रहे थे, तब जितेंद्र अपने कमरे में सो रहा था। घर की छत पर उसकी मां खाना बना रही थी और दो छोटे भाई बाहर खेल रहे थे। सुबह 8 बजे जब मां उसे जगाने कमरे में गईं, तो उन्होंने देखा कि जितेंद्र पंखे से फंदे पर लटका हुआ है। यह देखकर उन्होंने शोर मचाया, जिसके बाद आसपास के लोग इकट्ठा हुए। जितेंद्र को तुरंत सदर अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

परिवार सदमे में

जितेंद्र सीएच प्लस टू स्कूल में कॉमर्स का छात्र था। उसके पिता के अनुसार, वह एक शांत और समझदार लड़का था। वह न तो ज्यादा मोबाइल चलाता था और न ही किसी से उसकी कोई अनबन थी। इस तरह के अप्रत्याशित कदम से पूरा परिवार सदमे में है और किसी को भी यकीन नहीं हो रहा कि ऐसा क्यों हुआ। घटना की सूचना मिलते ही तिलैया थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पुलिस आत्महत्या के कारणों की जांच कर रही है और परिवार तथा स्थानीय लोगों से पूछताछ कर रही है।

कोडरमा में बढ़ती आत्महत्याएं

यह घटना कोडरमा जिले में आत्महत्याओं की बढ़ती संख्या की ओर इशारा करती है, खासकर युवाओं में। पिछले कुछ महीनों में 20 साल से कम उम्र के किशोरों द्वारा आत्महत्या के मामले तेजी से बढ़े हैं। पिछले 10 दिनों में अकेले तिलैया थाना क्षेत्र में तीन युवाओं ने फांसी लगाकर अपनी जान ली है। एक हफ्ते पहले ही, वार्ड संख्या-2 में एक 12 वर्षीय छात्र ने भी आत्महत्या कर ली थी। ये घटनाएं समाज के लिए एक गंभीर चिंता का विषय बन गई हैं, जिस पर ध्यान देना बहुत जरूरी है।

पलामू में युवक ने फांसी लगाकर की आत्महत्या

मेदिनीनगर: पलामू में एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वह पिछले एक साल से अपने पिता की मृत्यु के कारण डिप्रेशन में था।

घटना का विवरण

यह घटना मेदिनीनगर शहर थाना क्षेत्र के टीओपी टू के कांदू मुहल्ला वर्मा चौक के पास हुई। मृतक की पहचान 29 वर्षीय सतीश कुमार के रूप में हुई है। रात को सतीश ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

पुलिस की जाँच

शुरुआत में, परिवार वालों ने पुलिस को बताया कि सतीश की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है और वे पोस्टमार्टम नहीं कराना चाहते थे। हालांकि, टीओपी टू के प्रभारी राकेश कुमार ने कमरे की जाँच की और पाया कि दरवाजा बाहर से टूटा हुआ था और कमरे के अंदर एक काला गमछा मिला, जिससे प्रथम दृष्टया यह मामला आत्महत्या का लगा। इसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

डिप्रेशन में था युवक

स्थानीय लोगों के अनुसार, सतीश के पिता संजय सिंह का निधन एक साल पहले हो गया था, जिसके बाद से सतीश काफी उदास और डिप्रेशन में रहने लगा था। वह हाल ही में दिल्ली से मेदिनीनगर आया था और घर से ही काम कर रहा था। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और आत्महत्या के कारणों का पता लगाने की कोशिश कर रही है।

जमशेदपुर में महिला से 14 ग्राम सोने की चेन लूटी, बाजार से लौटते वक्त हुई वारदात

जमशेदपुर के सोनारी थाना क्षेत्र में हाल ही में एक चेन स्नैचिंग की घटना सामने आई है, जिसने एक बार फिर इलाके में सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह घटना वृंदावन गार्डन अपार्टमेंट के पास हुई, जहां बाइक सवार दो बदमाशों ने एक महिला से उसकी सोने की चेन छीन ली।

घटना का विवरण

पीड़िता मीरा नारायण, जो वृंदावन गार्डन अपार्टमेंट की निवासी हैं, बाजार से सब्जी खरीदकर घर लौट रही थीं। तभी एक बाइक पर सवार दो हेलमेट पहने हुए बदमाशों ने उनके गले से 14 ग्राम की सोने की चेन झपट ली। यह पूरी घटना अपार्टमेंट के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि आरोपी पहले इलाके की रेकी करते हैं और फिर मौका पाकर इस वारदात को अंजाम देते हैं।

पुलिस की कार्रवाई

घटना के तुरंत बाद महिला ने शोर मचाया और बदमाशों का पीछा करने की कोशिश की, लेकिन वे फरार होने में कामयाब रहे। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच शुरू कर दी है, लेकिन हेलमेट पहने होने के कारण आरोपियों की पहचान करना मुश्किल हो रहा है। पुलिस का कहना है कि वे इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं और जल्द ही आरोपियों को पकड़ने का प्रयास कर रहे हैं। इस घटना ने एक बार फिर जमशेदपुर में चेन स्नैचिंग की बढ़ती वारदातों को उजागर कर दिया है।