​गढ़वा, झारखंड के 3190 सरकारी शिक्षकों का वेतन विवाद

झारखंड के गढ़वा जिला के अंतर्गत सरकारी विद्यालय में कार्य सभी 3190 सरकारी पिछले बीते 1 वर्ष से अपने वेतन में 1000 की बढ़ोतरी के लिए इंतजार कर रहे हैं इस घटना को लेकर सहायक शिक्षकों ने बताया कि साक्षरता विभाग के तत्कालीन मंत्री बैजनाथ राम ने अध्यापकों के संगठन के बैठक मैं 2024 का अंतिम सप्ताह में शिक्षकों के ₹1000 वेतन में बढ़ोतरी की बात बोली थी और ऐप की भी सहमति बनी थी इसके बाद शिक्षकों को नवंबर 2024 में ऐप का लाभ तो मिलना शुरू हो गया लेकिन उनके वेतन में कोई बढ़ोतरी नहीं हुआ इससे सहायक अध्यापक को लगा था कि उनका अब 1000 रुपए उनके वेतन में बढ़ेगा लेकिन महजूदा सरकार उनके ऊपर कोई ध्यान नहीं दे रही है।

सरकार की रवैया

सरकार के रवैया के कारण पैसा में कोई भी बढ़ोतरी नहीं हो पाया है सहायक अध्यापक संघर्ष मोर्चा के गढ़वा प्रखंड अध्यक्ष अखिलेश कुशवाहा ने कहा कि गढ़वा जिला में 3190 सहायक अध्यापक कार्यरत हैं।

बताया जा रहा है कि एसपीडी शशि रंजन ने कहा है कि जो भी शिक्षक पहली से पांचवीं और जो अगर छठी से आठवीं के टेट पास किए हैं तो उन्हें पहली से पांचवीं तक के प्रशिक्षित का ही मानदेय भुगतान किया जाएगा। और वहीं, छठी से आठवीं के शिक्षक जो अगर पहली से पांचवीं में टेट पास किए हैं, तो उन्हें छठी से आठवीं के प्रशिक्षित का ही मानदेय रासी का भुगतान किया जाएगा।

जो भी शिक्षक पहली से पांचवीं के पारा शिक्षकों को 18,815 रुपए मिलना है और छठी से आठवीं के पारा शिक्षकों को 20,384 रुपए मिलता है वही सहायक शिक्षकों को ईपीएफ के 1800 रुपए मानदेय वेतन में सेकाट कर दिया जाता है पास सहायक अध्यापक को 23400 रुपए मानदेय मिलता है। आकलन पास सहायक अध्यापक को 19988 रुपए वेतन मिलता है। प्रशिक्षित सहायक अध्यापक को 18584 रुपए वेतन मिलता है। अप्रशिक्षित सहायक अध्यापक को वर्तमान वेतनमान 11500 रुपए प्रतिमाह वेतन मिलता है। इस घटना को लेकर सभी शिक्षक नाराज है हड़ताल करने पर मजबूर हो रहे हैं इस घटना को लेकर नहीं वर्तमान की सरकार कुछ बोल रही है नहीं विपक्ष की कुछ कोई पार्टी कुछ मुद्दा उठा रहे है ।

झारखंड में बिजली इंफ्रास्ट्रक्चर का आधुनिकीकरण और विस्तार: 2034-35 तक 24×7 बिजली का लक्ष्य

झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार बिजली के बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने के लिए एक बड़ा कदम उठा रही है। इसका मकसद राज्य के हर कोने, खासकर दूर-दराज के गाँवों तक, बिना रुकावट के बिजली पहुँचाना है।

प्रमुख योजनाएं और लक्ष्य

ग्रिडों का विस्तार: वर्तमान में राज्य में 57 ग्रिड हैं। सरकार नए ग्रिड स्टेशन स्थापित करके इस नेटवर्क का विस्तार कर रही है ताकि बिजली आपूर्ति को और भी मजबूत किया जा सके।

ट्रांसमिशन नेटवर्क को अपग्रेड करना: ऊर्जा क्षेत्र को प्राथमिकता देते हुए, सरकार ट्रांसमिशन लाइनों और उपकरणों को आधुनिक बना रही है। इससे बिजली की बर्बादी कम होगी और बिजली सभी तक सही वोल्टेज पर पहुंचेगी।

24×7 बिजली का वादा: इस पूरे प्रयास का अंतिम लक्ष्य वर्ष 2034-35 तक झारखंड के हर गाँव और शहर में सातों दिन, 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराना है।

यह पहल ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में लोगों के जीवन को बेहतर बनाने और राज्य के विकास को गति देने के लिए महत्वपूर्ण है।

रांची के पुलिस ISIS से जुड़े एक आतंकवादी संगठन अजहर दानिश को गिरफ्तार किया

झारखंड के रांची शहर में बुधवार को ISIS से जुड़े एक आतंकवादी को रांची में गिरफ्तार किया गया जिसका नाम अजहर दानिश बताया जा रहा है जिसे रांची के त्वरक लॉज से गिरफ्तार किया गया है बताया जा रहा है कि वह रांची में 14 जनवरी 2024 से ही इस लॉज में रह रहा था ।

जिसमें बताया जा रहा है कि उसके खिलाफ दिल्ली में एक मामला दर्ज था जिसके मुताबिक दिल्ली की सेल्सल टीम जांच कर रही थी जिसमें बताया गया कि अजगर से पुलिस की पूछताछ कर रही है और और उस दिल्ली लाया जाएगा

उसके कमरे से कई चीजें मिली

जिसके मुताबिक बताया जा रहा है की दिल्ली की स्पेशल सेल की टीम में छापामारी के दौरान उसके कमरे से कई चीज बरामद हुई है नक्शा मेडिकल की चीज केमिकल जैसे सामान उसके कमरे से बरामद किए गए जिसमें रांची के एसपी राकेश झा दिल्ली के स्पेशल सेल टीम के द्वारा बताइए सूचना के अधिकार पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया और उसके कमरे से कई आपत्तिजनक सामान बरामद किया गया है।

उसका रूम का पता

जांच के आधार पर मिली सूचना का अनुसार पुलिस की टीम बताया की अजहर ने रूम लेने से पहले एक फॉर्म को फिलप किया था जिसमें वह पता रांची के पता पेटवार का दिया था जिसमें वह आधार नंबर मोबाइल नंबर भी फिलप किया था जिसमें बताया जा रहा है कि अजहर के पिता का नाम महरूल हसन बताया जा रहा है पुलिस की टीम जांच पड़ताल कर रही है जिसके लगातार जांच के दौरान और सर्च के मुताबिक उसे गिरफ्तारी किया गया ।

पलामू जिले में भी सर्च ऑपरेशन चलाया गया

मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस की टीम ने पलामू और जापलेम भी सर्च ऑपरेशन चलाया जिसके बाद पुलिस के टीम ने अजहर के टीम के बारे बता चला जिसके मुताबिक पुलिस से पूछताछ किया और इसके पुलिस की टीम जपला से मुन्ना चिड़िहार को हिरासत में लिया जिसके सुरक्षा एजेंसियां एलर्ट हो गई है बताया जा रहा है कि झारखंड राज्य कई जिले ने इनके नेटवर्क फैला होगा जिसके बाद ISIS से जुड़े कई लोगों को पुलिस पहले ही हिरासत लिया है जिसके बाद पुलिस के बल और भी हाई अलर्ट हो गई है।

मासिक ₹2500 की ‘मैया समान योजना’ किश्त: सितंबर की राशि जल्द होगी जारी, जानिए कैसे मिलेगा लाभ

मईया समान योजना के तहत मिल रही हर महीने 2500 रुपए की राखी की लेकर के बड़ा मामला सामने आया है बताया जा रहा है कि इस महीने किस्त यानी कि सितम्बर महीने का किस्त इस महीने के लास्ट सप्ताह में जारी किया जाना है जिसके राज्य सरकार का तैयारी जोरो पर है इसके लिए आपका खाता डीबीटी से लिंक होना चाहिए और सभी जानकारी सही होना चाहिए और झारखंड का निवाशी होना चाहिए तभी मिलेगा और आपका पैसा आकर किसी कारण से रुक गया है तो आपका पैसा दुबारा चालू हो सकता है ।

रुका हुआ किश्त को चालू करने के लिए

मईया समान योजना के हर महीने मिल रहे ₹2500 की राशि को प्रकार द्वारा महिलाओं को सशक्तिकरण एवं बेहतर बनाने के लिए दयांतर प्रयास किया जा रहा है और उनके आर्थिक सहयोग के लिए राशि प्रदान किया जाता है अगर किसी कारणवश आपका पैसा आ करके रुक गया है तो इसके लिए आपको आपके जिले के डीसी कार्यालय में आवेदन करना होगा ।

आवेदन कैसे करना है

अगर आपका पैसा आ करके रुका हुआ है तो इसके लिए आपको डीसी कार्यालय में ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यम से आप शिकायत कर सकते हैं ऑनलाइन मध्य में आप अपने ट्विटर हैंडल के द्वारा अपने जिले के डीसी को उनके ऑफिशियल ट्विटर हैंडल के माध्यम से ट्वीट करके जो भी दिक्कत हो उसमें लिख करके और सारा डॉक्यूमेंट सबमिट करना होगा इसके बाद आपका सारी जानकारी डीसी कार्यालय तक पहुंचेगी आपके जिले के डीसी उस स्थित पर संज्ञान लेगे और चेक करेंगे इसके बाद आपका पैसा आना शुरू हो जाएगा अगर आप ट्विटर के माध्यम से नहीं कर सकते हैं तो आप डायरेक्ट भी जाकर के डीसी कार्यालय में सारे डॉक्यूमेंट लेकर के जाकर के भी सुधार करा सकते हैं और अपना पैसा चालू कर सकते हैं।

झारखंड के बोकारो जिले में DMFT फंड से जुड़े कथित घोटाले के मामले

झारखंड के बोकारो जिले में DMFT (डिस्ट्रिक्ट मिनरल फाउंडेशन ट्रस्ट) फंड में ₹10,300 करोड़ के बड़े घोटाले से जुड़ा है। इसमें सबसे मुख्य आरोप यह है कि बाज़ार में ₹3 से ₹3.5 लाख में मिलने वाली हाई-मास्ट लाइटों को ₹9.5 लाख की अत्यधिक कीमत पर खरीदा गया। इसके अलावा, ₹18.75 करोड़ से ज़्यादा का कुल भुगतान एक ही एजेंसी को किया गया। आरोप यह भी है कि इस खरीद-फरोख्त में पारदर्शिता की कमी थी और नियमों का उल्लंघन किया गया।

नियमों की अनदेखी

इस मामले में नियमों की अनदेखी एक और बड़ा आरोप है। सरकारी दिशानिर्देशों के अनुसार, ₹5 करोड़ से अधिक के किसी भी ऑर्डर के लिए मुख्यमंत्री और कैबिनेट की मंजूरी आवश्यक होती है। लेकिन, इस मामले में ₹13-13 करोड़ तक के ऑर्डर बिना किसी कैबिनेट मंजूरी के ही पारित कर दिए गए, जिससे यह सवाल उठता है कि क्या इसमें जानबूझकर नियमों की अनदेखी की गई।

विपक्ष की प्रतिक्रिया और जांच की मांग

इस पूरे मामले के सामने आने के बाद, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने इसकी सीबीआई जांच की मांग की है। उनका मानना है कि इस घोटाले में सरकार की प्रत्यक्ष संलिप्तता है और इसलिए एक निष्पक्ष केंद्रीय एजेंसी से ही इसकी जांच होनी चाहिए। दूसरी ओर, सत्ताधारी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) और कांग्रेस ने कहा है कि मामले की गहन जांच करवाई जाएगी और जो भी दोषी पाया जाएगा उसे बख्शा नहीं जाएगा।

बोकारो से बिहार की ओर जा रही लोहे से भरी एक ट्रक अनियंत्रित होकर पलट गई

झारखंड के बोकारो जिले से बिहार जा रही लोहे से भरी एक ट्रक घाटी के पास अनियंत्रित होकर पलट गई पता बताया जा रहा है कि सोमवार को एक लोहे से भरी ट्रक बोकारो में एक मंदिर के पास ही घाटी के पास अनियंत्रित होकर एक गहरी खाई में जा गिरी ।

क्या था मामला

जानकारी के मुताबिक बताया जा रहा है कि बोकारो के एक प्लांट से लोहा भर कर जा रही थी जिसके दौरान बिहार की ओर जा रही लोहे से भरी एक ट्रक बोकारो में एक मंदिर के घाटी में अनियंत्रित होकर हाइवे पर नीचे खाई में जा गिरी जिसमें बताया जा रहा है कि इस घटना में ड्राइवर को कोई नुकसान नहीं हुआ है वह मौका रहते ही गाड़ी को छोड़ करके उतर गया।

पुलिस की टीम ने क्या संज्ञान लिया

जानकारी के मुताबिक बताया जा रहा है कि पुलिस की टीम को सूचना मिली तो उन्होंने तुंरत मौके पर पहुंच कर मौके का जायजा लिया और ट्रक को करें से बाहर निकाला जा रहा है जिसमें बताया जा रहा है कि बोकारो में अकसर इसी घटना होती रहती है क्योंकि यह कई ऐसे मोड है जिसके वजह से तेज रफ्तार से आ रही गाड़ी का नियंत्रण बिगड़ जाता है और वह अनियंत्रित होकर पलट जाता है।

झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी को मिला जान से मारने की धमकीं

झारखंड राज्य के आपदा प्रबंधन और स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी को एक बार फिर से किसी ने जान से मारने की किसी व्यक्ति ने धमकी दी है जिसमें बताया जा रहा है झारखंड राज्य के इरफान अंसारी रविवार को बोकारो के सर्किट हाउस में रुके थे जिसके बाद उनको रविवार के आधी रात को 12 बजे के करीब उनको एक अंजान नंबर से कॉल आया जिसका मोबाइल 7005758247 बताया जा रहा है जिसके बाद उस व्यक्ति ने इरफान अंसारी को जान से मारने की धमकी दिया और उसने बोला कि तुम्हे जल्द की बम से उड़ाने की धमकी दी और उसने बोला कि तुम इंतजार करो मरने के लिए इसके बाद इरफान अंसारी ने पुलिस को सूचना दी जिसके पुलिस की टीम मौके पर पहुंच कर मौके का जायजा लिया ।

पुलिस की टीम मामले की छानबीन कर रही है

जैसे कि पुलिस के टीम को सूचना मिली तो उन्होंने तुंरत मौके पर पहुंच कर मौके का जायजा लिया और जांच शुरू कर दिया है इस घटना के इरफान अंसारी की सुरक्षा और भी बढ़ा दिया है और पुलिस की टीम पूरी तरह मुस्तैद हो है और आरोपी की तलाश शुरू कर दिया ताकि उसे जल्द पड़ा है और कोई अनहोनी या कोई घटना न हो जाए इसके सभी पुलिस बलों को एलर्ट कर दिया गया है और सभी जिला के ने नाकाबंदी करके आरोपी को खोजा जा रहा और पता पता लगाया जा रहा है युवक कहा का रहने वाला है ।

पहले भी मिला था धमकी

इससे पहले भी कई बार इरफान अंसारी को जान से मारने की धमकी मिल चुका है कुछ दिनों पहले ही एक युवक एक वीडियो शेयर करके जान से मारने की धमकी दिया था जिसको पुलिस की टीम जांच कर बिहार में उस युवक को पकड़ा गया था बम से उड़ाने की धमकी दे रहा था इस घटना को लेकर इरफान अंसारी ने बताया कि हम डरने वाले नहीं हैं और उन्होंने बोला कि ये सब पुलिस का काम जांच करना है पुलिस जल्द जांच कर आरोपी को पकड़ कर सजा दे।

बंशीधर नगर के अंतर्गत हुए एक सड़क दुर्घटना में हुई एक युवक की मौत

गढ़वा जिले के बंशीधर नगर के अंतर्गत स्थित पिपरडीह गांव में हुए एक सड़क दुर्घटना में एक युवक की मृत्यु हो गई जिसका नाम हंसराज राम बताया जा रहा है इस घटना को लेकर के पूरे गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है ।

क्या था वजह

जानकारी के मुताबिक बताया जा रहा है कि पिपरडीह के रहने वाले हंसराज राम के एक सड़क दुर्घटना में सोमवार की मृत्यु हो गई इसके बाद सूचना मिलते ही भवनाथपुर विधानसभा के विधायक आनंद प्रताप देव के पुत्र मानवेंद्र प्रताप देव ने तुरंत मौके का जायजा लेते हुए पिपरडीह गांव में पहुंचे और मृतक हंसराज राम के परिजन से मिले और उन्हें सांत्वना भी दिया इस मौके पर झामुमो के कई बड़े नेता सहित गांव के कई लोग वहां मौजूद पर थे इस घटना को लेकर मानवेंद्र प्रताप ने बताया कि यह अति दुखद घटना है जो इस घटना ने पूरे ही पिपराडीह गांव के लोगों को झकझोर कर रख दिया इस दौरान उन्होंने मृतक के परिजनों को आर्थिक सहयोग भी प्रदान किया ।

गढ़वा में प्रेम-प्रसंग का हुआ खौफनाक अंत: युवक और शादीशुदा महिला की मिलीं लाशे

झारखंड के गढ़वा जिला के अंतर्गत एक अजीबोगरीब घटना देखने को मिल रहा है जानकारी के मुताबिक बताया जा रहा है कि गढ़वा में शनिवार को परसाहा मोड़ के पास दो लाशे बरामद हुआ जिसके पास से चाकू और पिस्टल भी बराबर किया गया जिसके अनुसार पता चलता है यह प्यार और प्रसंग मामला था।

लड़की के साथ था अफेयर

जानकारी के मुताबिक बताया जा रहा है शनिवार के प्यार के एक जोड़े का इस तरह अंत हुआ कि कोई इसका कामना भी नहीं किया होगा यहां एक शादी सुदा लड़की और एक लड़का ने ओ कर दिया जो कोई कामना भी नहीं किया होगा डाल्टेनगन के चैनपुर के सेमरटांड़ गांव निवासी सुमित कुमार का 24 वर्षीय कृति कुमारी से प्रेम संबंध था, जो शादीशुदा थी जो सालों से चला आ रहा था सुमित का शादी होने वाला था लड़की का उसका पति से अकसर ही अनबन होता रहता था इस बात को लेकर दोनों कई बार थाने भी जा चुके थे क्योंकि सुमित के बारे में लड़की के पति को पता चल गया था।

पति पत्नी में अकसर झगड़ा होता रहता था

जानकारी के मुताबिक पता चला कि सुमित और कृति के बीच प्यार प्रसंग का मामला था सुमित का शादी होने वाला था इस बात की जानकारी लड़की को पता चल गया था लड़की ने सुमित को मिलने के लिए बुलाया था इसी के दौरान दोनों के बीच बातचीत बढ़ गई और झगड़ा हो गया सुमित ने लड़की के ऊपर चाकू से पहले वार किया फिर खुद को अपने गोली मार ली जिसकी सूचना मिली पुलिस की टीम ने मौके का जायजा लिया जिसमें पुलिस को शव के पास से चाकू और पिस्टल बरामद हुआ है इसके पुलिस के टीम ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और पुलिस की टीम मामले के जांच कर रही है इस घटना के बाद पूरे गांव में दशरथ का माहौल बना हुआ

रांची में 3 हजार शिक्षकों ने बेतन वृद्धि के रोक के लेकर विरोध प्रदर्शन किए

झारखण्ड के राजधानी रांची में जहां अभी 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मना रहे हैं वहीं इस दिन पूरे देश में शिक्षकों को सम्मान किया जाता है वही शिक्षक 5 सितंबर अपने अधिकार के लिए धरना प्रदर्शन कर रहे हैं वहीं सभी शिक्षक अखिल भारतीय शिक्षा संघ के आदेश पर रांची में करीबन 3 हजार से अधिक शिक्षक कचहरी के शिक्षा परिसर में स्थित हुए और सभी शिक्षक DSE के खिलाफ बिरोध प्रदर्शन उनका पुतला फूंक कर किया गया। क्या था वजह जानकारी के मुताबिक बताया जा रहा है कि सभी शिक्षक DSE द्वारा जारी नोटिस के विरोध में आए थे यह मामला की शुरुआत उस समय किया गया जब सभी शिक्षक सर्वपल्ली डॉ. राधाकृष्णन की श्रद्धांजलि अर्पित करते के बाद सभी शिक्षक नारे बाजी करे लगे शिक्षक का अपमान बंद करो ,अफसर सारी नहीं चलेगी , शिक्षक एकता जिंदाबाद के नारे लगाने लगे क्योंकि झारखंड के लगभग 3 हजार शिक्षकों का जुलाई महीने से ही वेतन रोक दिया गया है जिसके तहत विभागीय हिंदी परीक्षा उत्तीर्ण नहीं करनेवाले शिक्षकों को वार्षिक वेतन वृद्धि के लिए शपथ पत्र देने को कहा गया है शिक्षकों ने वेतन वृद्धि के लिए यह शपथ पत्र देने से इन्कार कर दिया है विरोध प्रदर्शन का महत्व इस प्रकार के घटना से सरकार पर भी सवाल उठाए जा रहे है क्योंकि शिक्षक के दिन शिक्षकों को अपने अधिकार के लिए लड़ना और विरोध प्रदर्शन करना एक अन्निदीय घटना है यह घटना एक विरोध प्रदर्शन ही नहीं उससे कही बढ़कर है और यह झारखंड के शिक्षा व्यवस्था को लेकरके एक गहरी समस्या को उजागर करता है यह घटना झारखंड सरकार और शिक्षा विभाग के लिए एक चेतावनी भी जारी करता है अक्सर, शिक्षकों को अत्यधिक कार्यभार, कम वेतन, और प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा लिए गए ऐसे निर्णयों का सामना करना पड़ता है

झारखण्ड के राजधानी रांची में जहां अभी 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मना रहे हैं वहीं इस दिन पूरे देश में शिक्षकों को सम्मान किया जाता है वही शिक्षक 5 सितंबर अपने अधिकार के लिए धरना प्रदर्शन कर रहे हैं वहीं सभी शिक्षक अखिल भारतीय शिक्षा संघ के आदेश पर रांची में करीबन 3 हजार से अधिक शिक्षक कचहरी के शिक्षा परिसर में स्थित हुए और सभी शिक्षक DSE के खिलाफ बिरोध प्रदर्शन उनका पुतला फूंक कर किया गया।

जानकारी के मुताबिक बताया जा रहा है कि सभी शिक्षक DSE द्वारा जारी नोटिस के विरोध में आए थे यह मामला की शुरुआत उस समय किया गया जब सभी शिक्षक सर्वपल्ली डॉ. राधाकृष्णन की श्रद्धांजलि अर्पित करते के बाद सभी शिक्षक नारे बाजी करे लगे शिक्षक का अपमान बंद करो ,अफसर सारी नहीं चलेगी , शिक्षक एकता जिंदाबाद के नारे लगाने लगे क्योंकि झारखंड के लगभग 3 हजार शिक्षकों का जुलाई महीने से ही वेतन रोक दिया गया है जिसके तहत विभागीय हिंदी परीक्षा उत्तीर्ण नहीं करनेवाले शिक्षकों को वार्षिक वेतन वृद्धि के लिए शपथ पत्र देने को कहा गया है शिक्षकों ने वेतन वृद्धि के लिए यह शपथ पत्र देने से इन्कार कर दिया है

विरोध प्रदर्शन का महत्व

इस प्रकार के घटना से सरकार पर भी सवाल उठाए जा रहे है क्योंकि शिक्षक के दिन शिक्षकों को अपने अधिकार के लिए लड़ना और विरोध प्रदर्शन करना एक अन्निदीय घटना है यह घटना एक विरोध प्रदर्शन ही नहीं उससे कही बढ़कर है और यह झारखंड के शिक्षा व्यवस्था को लेकरके एक गहरी समस्या को उजागर करता है यह घटना झारखंड सरकार और शिक्षा विभाग के लिए एक चेतावनी भी जारी करता है